जीवनभर चाहिए मान-सम्मान, Sunday को भूल कर भी न करें ये काम
सौरमंडल में जितने भी ग्रह हैं उनका संबंध किसी न किसी ग्रह से है। ग्रहों की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए शुभ कर्मों में रत रहना चाहिए। रविवार को रवि देव यानि धरती के साक्षात भगवान सूर्य नारायण के पूजन का दिन है। विद्वान कहते हैं प्रतिदिन सूर्य को जल और अर्घ्य देने के उपरांत पूजन करने से तेज बढ़ता है और भाग्य बलवान होता है। वैसे तो हर रोज दिन का आरंभ सूर्य पूजा से ही करना चाहिए, ऐसा करना संभव न हो तो रविवार के दिन सूर्य पूजन अवश्य करना चाहिए। इस रोज सूर्य ग्रह अपनी सबसे अधिक ऊर्जा लिए हुए होते हैं। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में सूर्य शुभ प्रभाव देगा तो समाज में मान-सम्मान बढ़ता है। जीवन से दुख-दर्द दूर होंगे और खुशहाली बनी रहेगी।
अधिकतर लोगों की छुट्टी रविवार के दिन होती है। अत: इस दिन मौज-मस्ती में इतने भी व्यस्त न हो जाएं की सूर्य ग्रह के कुप्रभावों का सामना करना पड़े इसलिए रविवार के दिन कुछ बातों का खास ध्यान रखने से सूर्यदेव का आशीर्वाद बना रहता है।
सूर्यास्त से पहले नमक का उपयोग न करें। सूर्यदेव नाराज हो जाते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रविवार को मांस और मदिरा का सेवन न करें।
हजामत न करवाएं।
तेल मालिश न करें।
रसोई में दूध को जला कर कोई भी पकवान न बनवाएं।
तांबे से बनी चीजों को खरीदने और बेचने से बचें।
नीले, काले व ग्रे रंग के कपड़े न पहनें।
हो सके तो इस दिन जूते न पहनें।