Paytm धोखाधड़ी मामला: चार करोड़ नहीं मिले तो सोनिया ने रची साजिश

नई दिल्ली,सोनिया धवन ने दो माह पहले मकान खरीदने के लिए पेटीएम के सीईओ विजय शेखर से चार करोड़ की मांग की थी लेकिन उन्होंने रकम देने से इनकार कर दिया। इसके बाद सोनिया ने पेटीएम का डाटा चोरी कर विजय से 20 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने की साजिश रच डाली। साजिश में उसके पति रूपक जैन की भी अहम भूमिका थी।

एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया कि सोनिया धवन विजय शेखर की काफी करीबी थी। सोनिया ने दो माह पहले गुरुग्राम में एक आलीशान मकान खरीदने के लिए विजय से चार करोड़ रुपये की मांग की। विजय ने पहले तो रकम देने के लिए हामी भर दी लेकिन जब सोनिया ने दबाव बनाया तो उन्होंने टालमटोल करनी शुरू कर दी। इस पर सोनिया और विजय के बीच खाई बनती चली गई। विजय ने एक माह पहले रकम देने से साफ इनकार कर दिया। सोनिया ने यह बात अपने पति को बताई तो दोनों ने फिरौती मांगने की योजना बनाई। सोनिया ने मोटी रकम का लालच देकर कंपनी में काम करने वाले देवेंद्र को भी अपनी साजिश का हिस्सा बना लिया। इसके बाद सोनिया ने देवेंद्र, अपने पति रूपक जैन और रोहित चोमल के साथ मिलकर फिरौती मांगने की वारदात को अंजाम दिया।

बता दें कि सोमवार को पेटीएम कंपनी के सीनियर वॉइस प्रसिडेंट अजय शेखर ने अपने भाई विजय शेखर शर्मा की निजी सचिव सोनिया समेत चार लोगों के खिलाफ डाटा चोरी कर 20 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने का केस दर्ज कराया था। कोलकाता निवासी रोहित चोमल नामक शख्स ने विदेशी नंबर से कॉल कर फिरौती मांगी थी। पुलिस ने सोमवार को ही कंपनी विजय शेखर की निजी सचिव सोनिया व उसके पति रूपक जैन और देवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया था।

सोनिया का कंपनी में दस करोड़ का शेयर था
एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया कि दस साल पहले सोनिया ने पेटीएम में नौकरी शुरू की थी। उस वक्त सोनिया ने कंपनी में दस करोड़ की हिस्सेदारी मांगी थी। इस वजह से सोनिया खुद की कंपनी को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका मानती है।

आरोपी पति और पत्नी ने एक साथ शुरू किया था काम
देवेंद्र और सोनिया ने दस साल पहले एक साथ कंपनी में नौकरी शुरु की थी। देवेंद्र का कंपनी में कोई प्रमोशन नहीं हुआ, जबकि सोनिया प्रमोशन पाकर शेखर की निजी सचिव बन गई थी।

आरोपी सोनिया अंग्रेजी अखबार में करती थी नौकरी
सोनिया दस साल पहले एक अंग्रेजी अखबार में काम करती थी। लेकिन पेटीएम से नौकरी का ऑफर मिलने के बाद उसने यहां नौकरी करनी शुरू कर दी थी।

गिरफ्तारी तक नहीं थी जानकारी
सोमवार को जब सोनिया के खिलाफ केस दर्ज हुआ तो वह कंपनी में काम कर रही थी। जब उसे पुलिस दोपहर के वक्त गिरफ्तार करने कंपनी पहुंची तो उसे इस बारे में पता चला। इसके बाद कंपनी से ही देवेंद्र को गिरफ्तार किया गया।
 

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