एग्जिट पोल: उत्तर मध्य मुंबई में प्रिया दत्त को हरा रही हैं पूनम महाजन?

मुंबई नॉर्थ सेंट्रल (उत्‍तर मध्‍य मुंबई) लोकसभा सीट महाराष्‍ट्र की प्रमुख सीटों में से एक है. 2019 लोकसभा चुनाव (loksabha election 2019) में इस सीट से भाजपा उम्‍मीदवार पूनम महाजन ने दावेदारी पेश की है. वहीं कांग्रेस से सुनील दत्‍त की बेटी और सांसद रह चुकीं प्रिया दत्‍त चुनाव लड़ रही हैं. इस सीट पर वोटिंग चौथे चरण में 29 अप्रैल को हुई थी. इस सीट पर कराए गए NEWS18-IPSOS एग्जिट पोल के मुताबिक पूनम महाजन जीत दर्ज करती नजर आ रही हैं. वो से प्रिया दत्त वोटों से आगे दिखाई दे रही हैं.

2014 के नतीजे

2014 के लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र की मुंबई नार्थ सेंट्रल से बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की टिकट पर बीजेपी नेता पूनम महाजन ने कांग्रेस की प्रिया सुनील दत्त को 186, 771 वोटों से हराया था. पूनम को इस सीट पर 478, 535 वोट मिले थे. जबकि प्रिया दत्त को 291, 764 वोटों से ही संतोष करना पड़ा था. प्रिया दत्‍त लगातार 2004 और 2009 में सांसद रह चुकी हैं.

जहां तक पिछले चुनावों की बात करें तो साल 1962 से लेकर साल 1971 तक इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा. 1973 में इस सीट पर पहली बार उपचुनाव हुए जिसे कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने जीता. 1977 तक यहां सीपीआई का राज रहा लेकिन 1980 का चुनाव जनता पार्टी ने जीता. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मौत के बाद एक बार फिर 1984 के चुनाव में यहां कांग्रेस की वापसी हुई. हालांकि साल 1989 का चुनाव यहां पहली बार शिवसेना ने जीता. हालंकि इसको दो साल बाद हुए चुनाव में कांग्रेस यहां फिर वापसी करने में सफर रही. 1996 के चुनाव में यहां शिवसेना ने वापसी की. साल 1998 का चुनाव इस सीट पर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ने जीता लेकिन 1999 के चुनाव में ये सीट एक बार फिर से शिवसेना के ही पास चली गई.

इस सीट का सामाजिक ताना-बाना

साल 2014 में यहां कुल मतदाताओं की संख्या 17,38,894 थी. जिसमें से मात्र 8,45,292 लोगों ने अपने मतों का प्रयोग किया था. यहां पुरुषों की संख्या 4,72,265 और महिलाओं की संख्या 3,73,027 थी. साल 2014 का लोकसभा चुनाव भाजपा और शिवसेना ने साथ लड़ा था. वहीं यहां के जातिगत हालात यह हैं कि कुल जनसंख्या 42,27,269 में से मात्र 6 फीसदी लोग ही एससी वर्ग के हैं.

देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले मुंबई का नाम 'मुंबा देवी' के नाम पर पड़ा है. मुंबई नार्थ सेंट्रल सपनों की नगरी या मायानगरी के नाम से भी संबोधित किया जाता है. इस शहर को भारत में अंग्रेजी हुकूमत के आगमन के साथ ही मुख्य बंदरगाह शहर के रूप में विकसित किया गया था. ब्रिटिश काल के दौरान भारत में उत्‍पादित किया गया माल इन रास्तों से विश्व के कोने-कोने तक पहुंचता था. यही वजह है कि आज भी मुंबई को भारत के सबसे बड़े औद्योगिक शहरों में गिना जाता है

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