शौचालय रेट्रोफिटिंग की ब्लॉक स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
सवाई माधोपुर । स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना अन्तर्गत शौचालय निर्माण तकनीकी सुधार (रेट्रोफिटिंग) पर कुशल कारीगर एवं स्वच्छताग्राही डीआरजी की 2 दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी.सिंह के मुख्य आतिथ्य में इनकमटेक्स ऑफिस के पास एक मैरिज गार्डन में हुआ।
कार्यशाला का शुभारंभ जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी.सिंह, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर जिला कलेक्टर डॉ.सिंह ने कहा कि स्वच्छता ग्राही लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें तथा इसे अभियान एवं मिशन मोड में लेते हुए लोगों को अधिक से अधिक प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि शौचालयों के संबंध में रेट्रोफिटिंग के बारे में लोगों को जागरूक करें एवं दो गड्डे वाले शौचालय के बारे में लोगों को जानकारी देकर इसके लिए प्रेरित करें।
कार्यशाला में पंचायत समिति सवाई माधोपुर क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों के कारीगरों स्वच्छाग्राही व डीआरजी ने भाग लिया। कार्यक्रम में जिला कलक्टर ने जीवन में स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए राजमिस्त्रियों स्वच्छताग्राहीयो व डीआरजी को दो गड्डो वाले शौचालय निर्माण के लिये आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने सभी शौचालय विहीन परिवारों को डबल गड्डो वाले शौचालय बनाकर नियमित उपयोग करने हेतु आवश्यक निर्देश देने की बात कही।
कार्यशाला में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी किशोर कुमार ने बताया कि कम लागत एवं दो गड्डो वाले शौचालय निर्माण करने से मानव मल का सुरक्षित निदान सम्भव है। इसमें एक गड्डे के भर जाने पर जक्शन चेम्बर से दूसरे गड्डे की ओर मल का प्रवाह कर दिया जाता है। जिससे दूसरे गड्डे के भरने तक पहले वाले गड्डे से कीमती खाद बन जाती है। जिसका उपयोग भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिये किया जाता है। यह तकनीकी पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि एक गड्डे वाले शौचालय के दुष्परिणाम को देखते हुए यूनिसेफ एंव भारत सरकार के पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय द्वारा इस तकनीकी को लागू किया गया है।
कार्यशाला में विकास अधिकारी सवाई माधोपुर डॉ. सरोज बैरवा ने 2 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। विकास अधिकारी ने बताया कि 2 दिवसीय आवासीय कार्यशाला में तकनीकी ट्रेनरो द्वारा पावर पोइन्ट प्रेजेन्टेशन से जानकारी दी जाएगी। वहीं विभिन्न ग्राम पंचायतो में जाकर फील्ड में प्रायोगिक कार्य करवा कर कारीगरो को ट्रेनिंग दी जावेगी। तकनीकी जानकारी देने हेतु जयपुर से भी मास्टर ट्रेनरो ने भाग लिया व आवश्यक तकनीकी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान के जिला परियोजना समन्वयक बलवन्त सिंह, अधिशासी अभियंता भगवान सहाय बैरवा, शक्ति वर्धन ंिसह सहित अन्य वक्ताओं ने जानकारी दी।