बस्तर में उपलब्ध वनोपज के प्रोसेसिंग के लिए हो रहा प्रोजेक्ट तैयार
जगदलपुुुर। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं प्रबंध संचालक राकेश चतुर्वेदी ने वन अधिकारियों को समय से पूर्व सचेत किया है कि अन्य प्रदेशों के राज्य में तेंदुपत्ता अवैध रुप से लाते हुए पकड़ा गया है और कुछ मोटर साइकिलें भी जब्त की गई है। तेंदुपत्ता की कीमत वृद्धि का असर तस्करी के रुप में नजर नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि बस्तर के सीमावती क्षेत्रों में लगातार बड़े पैमाने पर पड़ोसी राज्यों से तेंदुपत्ता आने को रोकना होगा और अवैध परिवहन पर कड़ी कार्रवाई का निर्देश जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि तेंदुपत्ता की दर 4000 प्रति मानक बोरा किया गया है। अब 15 वनोपजों की खरीदी समर्थन मूल्य पर होगी और बोनस भी मिलेगा। इमली,चिरोंजी,गुठली,कल्लु गोंद,बहेडा, फूल झाडू एवं साल बीज, महुआ बीज आदि की खरीदी छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ वन मंत्री मोहम्मद अकबर के निर्देश पर तथा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कार्य किया जा रहा है। वन अधिकार मान्यता पत्र में पट्टा वितरण वनवासियों व्यक्तिगत या सामुदायिक पट्टा की पात्रता रखते हैं। उन्हें वनअधिकार पट्टा दिया जाना है। जिसकी समीक्षा माननीय मुख्यमंत्री जी करेंगे। नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी की समीक्षा अंतर्गत जिला बस्तर में नरवा के तहत 7 नालों का चयन किया गया है। गरवा के तहत 7 ग्राम चयनित किए गए है। बस्तर जिले में गोठान हेतु 9.43 हेक्टेयर तथा चारागाह हेतु 9.43 हेक्टेयर भूमि बस्तर जिले में चयन किया गया है। घुरवा के तहत 36 ग्रामों का चयन किया गया है। जिसमें 600 नाडेप स्वीकृत है। बस्तर जिले में बाड़ी हेतु 36 ग्राम चयनित कर 61 कार्य स्वीकृत किया गया है। कोण्डागांव, सुकमा,बीजापुर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा के तहत वन विभाग मुख्यमंत्री के अनुशंसा के अनुरुप नदी तट पर इन योजनाओं पर क्रियान्वयन किया जा रहा है। एनएमडीसी द्वारा सीसीएसआर मद से राशि प्राप्त होनी है। बस्तर में वनोपज महुआ,तीखुर, अमचूर, झाडू, इमली के प्रोसेसिंग के लिए प्रोजेक्ट बनाए जा रहे है और इन प्रोजेक्ट के अध्यन के लिए भ्रमण का प्रस्ताव भी है।