राज्य के ये 7 चेहरे बने मोदी सरकार का हिस्सा, गडकरी, पीयूष गोयल और प्रकाश जावडेकर फिर बने मंत्री
मुंबई. नागपुर से सांसद नितिन गडकरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रकाश जावडेकर, शिवसेना कोटे के दक्षिण मुंबई सीट से सांसद अरविंद सावंत और आरपीआई चीफ रामदास आठवले आज मोदी कैबिनेट का हिस्सा बनाया गया है।
इनके अलावा जालना से रावसाहब दानवे और अकोला से भाजपा सांसद संजय धोत्रे को भी राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई है।
मंत्रीपद की शपथ लेने वाले नेताओं का परिचय
नितिन गडकरी: 16वीं लोकसभा में केंद्रीय राजमार्ग और सड़क परिवहन मंत्री रहे नितिन गडकरी लगातार दूसरी बार नागपुर से सांसद बने हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। नागपुर के एक ब्राहमण परिवार से आने वाले गडकरी स्थानीय लोगों में बेहद लोकप्रिय और संघ के बेहद करीब माने जाते हैं। उन्होंने कॉमर्स, कानून और बिजनेस की पढ़ाई की है।
प्रकाश जावडेकर: महाराष्ट्र के पुणे में पैदा हुए प्रकाश जावड़ेकर 16 लोकसभा में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी संभल रहे था। इसके अलावा उन्हें पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त किया गया था। इस बार भी उन्हें अहम मंत्रालय मिल सकता है।
पीयूष गोयल: नरेंद्र मोदी के चहेते नेताओं में से एक पीयूष गोयल रेल मंत्रालय, कोयला, वित्त और उर्जा मंत्रालय का कार्यभार देख चुके हैं। उन्हें मुश्किल में पड़े जितने मंत्रालय सौंपे गए, सभी को वो उबार ले गए। कोयला मंत्री की भूमिका में उन्होंने कोयला संकट और कोल ब्लॉक आवंटन के पेचीदा मसले को सुलझाया। उर्जा मंत्री के रूप में हर घर तक बिजली पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना को वक्त पर पूरा किया। जब ट्रेन हादसों के बाद देश की रेल पटरी से उतरती हुई लगी तो गोयल ने आकर रेल मंत्रालय को उबारा।
अरविंद सावंत: 68 वर्षीय अरविंद सावंत ने दक्षिण मुंबई सीट से मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा को हराया है। उन्होने दूसरी बार भी अपनी लोकसभा सीट पर कब्जा बरकरार रखा है। वे शिवसेना से पार्टी के शुरुआती दिनों से जुड़े हैं। उन्हे उद्धव ठाकरे का काफी भरोसेमंद माना जाता है। सावंत ने एमटीएनएल में 1995 तक इंजीनियर के तौर पर कार्य किया और 1995 में शिवसेना-भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्यपाल कोटे से महाराष्ट्र विधान परिषद में नामित होने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली।
संजय धोत्रे: लगातार चौथी बार अकोला से सांसद बने संजय शामराव धोत्रे को उनकी सफलता का इनाम मिलने जा रहा है। पेशे से कृषक और व्यावसायी धोत्रे पर अकोला को कॉटन सिटी के रूप में विकसित करने का श्रेय जाता है।
रावसाहब दानवे: जालना लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद रावसाहब दानवे लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के औताडे विलास केशवराव को 332815 वोटों के अंतर से धूल चटाई है। महाराष्ट्र की राजनीति में दानवे का बड़ा कद है।
रामदास आठवले
आरपीआई के अध्यक्ष रामदास आठवले फिर राज्य मंत्री बने हैं। उन्हें महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। महाराष्ट्र में आठवले एक दलित नेता के तौर पर जाने जाते हैं। वह राज्यसभा के सदस्य हैं।