नौकरी भाजपा के एजेंडे में नहीं है – नगर निगम गोरखपुर में आउटसोर्सिंग पर अखिलेश का तंज
गोरखपुर । गोरखपुर नगर निगम गोरखपुर आउटसोर्सिंग पर सेवानिवृत अधिकारियों और कर्मचारियों को नियुक्ति करने जा रहा है। इस नियुक्ति में तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और लेखपाल के लिए आवेदन मांगा है। एक न्यूज़पेपर में इसका विज्ञापन भी निकला हुआ है जिसे पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा की साजिश बताते हुए कहा कि हम तो हमेशा से कहते रहे हैं, आज फिर दोहरा रहे हैं कि नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं, आउटसोर्सिंग पीडीए के ख़िलाफ़ एक आर्थिक साज़िश है।
हम तो हमेशा से कहते रहे हैं, आज फिर दोहरा रहे हैं
अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि बेहतर होगा कि भाजपा पूरी की पूरी सरकार ही आउटसोर्स कर दे तो उसका एक जगह से ही सारा कमीशन, एक साथ सेट हो जाए।ऐसा करने से भाजपा को फुटकर में नौकरी और उसके बहाने आरक्षण को ख़त्म करने का महाकष्ट नहीं उठाना पड़ेगा।हम तो हमेशा से कहते रहे हैं, आज फिर दोहरा रहे हैं नौकरी भाजपा के एजेंडे में है ही नहीं।आउटसोर्सिंग पीडीए के ख़िलाफ़ एक आर्थिक साज़िश है।भाजपा इस प्रस्ताव को तत्काल वापिस करे और नौकरी-आरक्षण का सांविधानिक हक़ न छीने।घोर आपत्तिजनक, घोर निंदनीय।पीडीए कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।हालांकि इस मामले में गोरखपुर नगर निगम ने बताया कि नगर निगम में या उत्तर प्रदेश में जितने भी सरकारी विभाग हैं ऐसे विभाग में कार्य की अधिकता के कारण कुछ ऐसे पोस्ट अधिकारी और कर्मचारियों को नियुक्त किया जाते हैं।हमने जो विज्ञप्ति निकाली है, यह प्रतिनियुक्ति पर है और रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारी जो है उनकी निकाली है।यह कोई परमानेंट पोस्टिंग नहीं है, जिसके तहत इसके हिसाब से नियुक्ति करते हैं।