वाराणसी में पहली बार महागिरजा में क्रिसमस गांव बसाया जा रहा

वाराणसी। वाराणसी में पहली बार महागिरजा में क्रिसमस गांव बसाया जा रहा है। यीशु के जन्म के दृश्य से लेकर उनके जीवन की हर खुशियों के पल को समेटा जा रहा है। परियां, सेंटा क्लाज के अलावा ऊंट, भेंड़, हिरन से लेकर पेड़-पौधे, तारे आदि दिखाई देने वाले है। वहीं, लेजर शो के जरिये प्रभु यीशु के जन्म की झांकी सजाई जाएगी। वहीं, अन्य चर्चों में सजावट की गई है। इस लेकर चर्च में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
चर्च के फादर अगस्टीन ने बताया कि पहली बार यहां क्रिसमस गांव बसाया जा रहा है। इसमें प्रभु यीशु के जीवन दर्शन को दिखाया जाएगा। इसके अलावा लेजर शो से यीशु के जन्म, कठपुतली नृत्य के अलावा 20 फीट का क्रिसमस ट्री भी बनाया गया है। वहीं वाराणसी के लाल चर्च, सिगरा सेंट पॉल चर्च, सीएनआई चर्च तेलियाबाग, सेंट थॉमस चर्च गिरजाघर, बीएलडब्ल्यू, लंका, शिवपुर, चांदमारी आदि इलाकों के चर्चों में आकर्षक सजावट की गई है।
वाराणसी के कैंटोमेंट क्षेत्र में सेंट मैरिज महा गिरजाघर है। इस गिरजाघर की दीवारों में पीतल के धातु से बड़े-बड़े अक्षरों में श्लोक लिखे गए हैं। इसके अलावा चर्च की दीवारों पर सनातन धर्म से जुड़े कई चिह्न भी हैं, जो इस चर्च को पूरी दुनिया में अनोखा बनाता है।

अष्टकोणीय वास्तुकला से बना है चर्च
अष्टकोणीय वास्तुकला पर है आधारित फादर ने बताया कि यह चर्च अष्टकोणीय वास्तुकला पर बनाया गया है, जो सभी दिशाओं से देखने में एक जैसा ही लगता है। बताते चलें कि दक्षिण भारत में इस वास्तुकला पर कई मंदिरें हैं। केरल के ही एक आर्किटेक्ट ने इसके डिजाइन को तैयार किया था। अंग्रेजों से जुड़ा है इतिहास बात यदि इस चर्च की करें तो इसमे सभी धर्मों के लोग यहां प्रार्थना करने आते हैं।

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