नेशनल लोक अदालत में 29951 प्रकरणों का हुआ तात्कालिक निराकरण
उत्तर बस्तर कांकेर : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के तत्वावधान में जिला एवं सत्र न्यायालय कांकेर में प्रथम नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद ध्रुव द्वारा नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया।
लोक अदालत में विभिन्न मामलों का त्वरित, सौहार्द्रपूर्ण एवं आपसी सहमति से 29 हजार 951 प्रकरणों का तात्कालिक व त्वरित निराकरण किया गया। इस संबंध में बताया गया कि जिले में कुल 10 खंडपीठ गठित की गई थी, जिनमें कांकेर में 06, भानुप्रतापपुर में 02 एवं पखांजूर में 02 खंडपीठ शामिल थे। खण्डपीठ क्र-1 आनंद कुमार ध्रुव, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, खण्डपीठ क्र-2 रमाशंकर प्रसाद, न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायाधीश खण्डपीठ क्र-3 लीना अग्रवाल, प्रथम जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, खण्डपीठ क्र-4 भुपेन्द्र कुमार वासनीकर, तृतीय जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश (एफटीसी) क्र-भास्कर मिश्र, प्रथम सिविल जज सीनियर डिवीजन/मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कांकेर, खण्डपीठ क्र-6 अम्बा शाह द्वितीय सिविल न्यायाधीश सीनियर डिवीजन तथा तालुका भानुप्रतापपुर में खण्डपीठ क्र-1 दीपक के गुप्ता, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश भानुप्रतापपुर, खण्डपीठ क्र-2 गुलापन राम यादव, सिविल जज सीनियर डिवीजन, तथा तालुका पखांजूर में खण्डपीठ क्र-1 ताजुदीन आसिफ, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश पखांजूर, क्र-2 मयंक सोनी, सिविल जज वर्ग-1 प्रथम श्रेणी पखांजूर की खण्डपीठ बनाई गई थी।
लोक अदालत के माध्यम से 3284 लंबित प्रकरणों में कुल 3034 प्रकरण निराकृत किया गया जिसमें कुल राशि 3 करोड़ 43 लाख 34 हजार 980 अवार्ड पारित किया गया। साथ ही प्रीलिटिगेशन प्रकरणों जैसे बैंक वसूली, विद्युत एवं जलकर, टेलीफोन में कुल 32 हजार 544 मामले पेश किये गये जिसमें 20 हजार 917 प्रकरण निराकृत हुए एवं 2 करोड़ 24 लाख 17 हजार 381 रुपए की राशि पारित की गई। लंबित एवं प्रीलिटिगेशन में कुल 5 करोड़ 67 लाख 52 हजार 361 अवार्ड राशि पारित किया गया।
निःशुल्क चिकित्सा जांच शिविर लगाया गया
लोक अदालत में आए लोगों की सुविधा के लिए निःशुल्क चिकित्सा जांच शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमें 45 लोगों का रक्तचाप (बीपी), शुगर आदि की जांच की गई। यह सेवा विशेष रूप से बुजुर्गों और दूरदराज क्षेत्र से आए लोगों के लिए लाभकारी रहा, जिससे उन्हें अपने स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी मिली और आवश्यक परामर्श भी प्रदान किया गया।