MP BUDGET SESSION 2025: बजट सत्र से पहले कांग्रेस ने घेरा विधानसभा
भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बजट सत्र से पहले विधानसभा को घेर लिया है. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अपने 10 सवालों के साथ पहुंचे तो वहीं पूर्व मंत्री और विधायक सचिन यादव ने किसानों के मुद्दे पर एमपी की बीजेपी सरकार को घेरा। विधानसभा परिसर के बाहर कांग्रेस विधायक हाथों में तख्तियां लिए नजर आए। दरअसल, मध्य प्रदेश की मोहन सरकार का यह दूसरा बजट है. इस बजट सत्र को अब तक का सबसे छोटा यानी सबसे कम दिनों का बजट माना जा रहा है। 9 बैठकों में पूरा होने जा रहे इस बजट सत्र को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा को घेर लिया है। कांग्रेस का कहना है कि कोई भी बजट सत्र इतना छोटा कैसे हो सकता है? कांग्रेस की मांग है कि बजट सत्र का समय बढ़ाया जाना चाहिए।
सुबह से ही घेराव
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने सुबह 10 बजे से ही विधानसभा को घेर लिया. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रदेश की मोहन सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सरकार (MP BJP) इस तरह बजट सत्र को छोटा करके अपना चेहरा नहीं छिपा सकती। सरकार को बजट सत्र बढ़ाना होगा, ताकि हर विधायक को अपनी बात रखने का मौका मिले।
पूर्व मंत्री सचिन यादव भी सरकार पर हमलावर
इतना ही नहीं, पूर्व मंत्री सचिन यादव ने भी भाजपा की मोहन सरकार को घेरा। सचिन यादव ने किसानों के मुद्दे पर सरकार पर सवाल उठाए कि सरकार बनने से पहले किसानों से कई वादे किए गए थे, लेकिन सरकार बनने के बाद एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि किसान बहुत दुखी हैं कि खाद का संकट अभी भी बना हुआ है। उन्होंने कहा- हमने पिछले दिनों देखा कि किसानों के लिए खाद का बहुत बड़ा संकट है। हाल ही में हमने देखा कि किस तरह हमारे किसान खाद के संकट से जूझ रहे हैं। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है।
किसानों से किए गए वादो का क्या हुआ?
कांग्रेस लंबे समय से यह लड़ाई लड़ रही है। सरकार बनने से पहले बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में लिखा था कि सरकार बनने के बाद किसानों का धान 3100 रुपए में खरीदा जाएगा. लेकिन सरकार बनने के बाद भी किसानों से किए गए वादे पूरे नहीं हुए हैं. किसान बिजली के संकट से भी जूझ रहे हैं। सरकार कह रही है कि वो किसानों को 10 घंटे बिजली दे रही है, जबकि ये झूठ है। किसानों को सिर्फ 6-7 घंटे ही बिजली मिल रही है और वो भी रात 2 बजे के शेड्यूल पर। बता दें कि इस दौरान कांग्रेस विधायक हाथों में तख्तियां लेकर आए थे, वो सरकार के बजट सत्र की अवधि बढ़ाने के लिए नारे लगाते नजर आए। वहीं कई विधायकों ने काला मास्क पहनकर अपना विरोध जताया।