सांगानेर रेप केस पर हंगामा: अपराध बेलगाम, बाकी प्रदेश का क्या होगा- टीकाराम जूली

जयपुर: राजधानी जयपुर के सांगानेर में पुलिसकर्मी द्वारा दलित महिला से दुष्कर्म के मामले को लेकर मंगलवार को विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में जंगलराज है, रक्षक ही भक्षक बन गए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब मुख्यमंत्री के खुद के विधानसभा क्षेत्र में अपराध बेलगाम हैं तो बाकी प्रदेश का क्या हाल होगा?

विधानसभा में गूंजा दुष्कर्म का मामला

दरअसल, शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने बूंदी में दुष्कर्म और हत्या का मामला उठाया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सांगानेर में पुलिसकर्मी द्वारा दलित महिला से दुष्कर्म का मामला सदन में जोरदार तरीके से उठाया। टीकाराम जूली ने कहा कि जब राजधानी जयपुर में ही अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है तो आमजन की सुरक्षा कैसे होगी? जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं तो प्रदेश में कानून व्यवस्था का क्या हाल होगा? टीकाराम जूली अपनी बात को आगे बढ़ा रहे थे, तभी सरकार ने उनका माइक बंद कर दिया। कांग्रेस विधायकों ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाया।

मंत्री ने सदन में दिया ये जवाब

इस मुद्दे पर सरकार की ओर से गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस घटना को लेकर भजनलाल सरकार पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है और अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि सांगानेर जैसी घटनाएं सरकार की विफलता को दर्शाती हैं।

क्या है पूरा मामला?

गौरतलब है कि यह घटना महिला दिवस के दिन 8 मार्च को जयपुर के सांगानेर इलाके में हुई थी, जो सीएम भजनलाल का विधानसभा क्षेत्र भी है। आरोपी कांस्टेबल भगाराम एक गर्भवती दलित महिला को बयान दर्ज करने के बहाने उसके घर से ले गया था। महिला का तीन साल का बेटा भी उसके साथ था। आरोपी ने महिला के मुंह में कपड़ा ठूंसकर उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला के पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद कांस्टेबल को गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया गया।

स्पीकर ने मंत्री को लगाई फटकार

दूसरी ओर, विधानसभा में प्रश्नकाल समाप्त होते ही शून्यकाल कार्य पर बोलने का समय तय करने के लिए जैसे ही स्पीकर खड़े हुए, एक मंत्री सदन से बाहर जाने लगे तो स्पीकर वासुदेव देवनानी ने उन्हें फटकार लगाई। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि मैं दस बार कह चुका हूं, क्या सिर्फ बड़े लोग ही सदन से बाहर जाएंगे?

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