PET परीक्षा के चलते स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ाई गई, अस्थायी होल्डिंग एरिया बनाया गया
गाजियाबाद: यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली-गाजियाबाद रूट पर कई ट्रेनें रद्द और कुछ का रूट बदल दिया गया, जिससे दैनिक यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। अलीगढ़ और हाथरस रूट की कई ईएमयू और एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द होने से हजारों यात्री रेलवे स्टेशन पर फंसे रहे।
बाढ़ के कारण ट्रेनें रद्द और रूट बदला गया
बाढ़ के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ने से गाजियाबाद आने वाली और जाने वाली 30 से अधिक ट्रेनों का संचालन रद्द कर दिया गया, जबकि 40 से अधिक ट्रेनों का रूट बदला गया। रद्द हुई ट्रेनें इनमें शामिल हैं: खुर्जा ईएमयू, दनकौर ईएमयू, जनसाधारण एक्सप्रेस, गाजियाबाद–नई दिल्ली ईएमयू, दिल्ली–अलीगढ़ ईएमयू। वहीं, हाथरस ईएमयू और टूंडला ईएमयू को शाहदरा तक सीमित किया गया।
यात्री परेशान, वैकल्पिक साधनों पर निर्भर
इन ट्रेनों से प्रतिदिन 10 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में कामकाजी लोग और छात्र शामिल हैं। कई यात्री बिना सूचना के प्लेटफॉर्म पर पहुंचे और ट्रेन न मिलने पर उन्हें बस, टैक्सी या ऑटो लेने को मजबूर होना पड़ा।
एक लाख से अधिक अभ्यर्थी देंगे PET परीक्षा
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) शनिवार और रविवार को आयोजित की जाएगी। जिले के 56 केंद्रों पर एक लाख से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा देंगे।
रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा और सुविधाओं का कड़ा इंतजाम
बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आरपीएफ और जीआरपी की अतिरिक्त टीमें प्लेटफॉर्म पर तैनात की गई हैं। स्टेशन परिसर में अस्थायी होल्डिंग एरिया बनाया गया है, जहां अभ्यर्थी बैठ सकते हैं और ठहर सकते हैं। प्रवेश द्वार और टिकट काउंटर पर अतिरिक्त चेकिंग काउंटर लगाए गए हैं।
भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन तैयारियां
रेलवे प्रशासन ने मुरादाबाद, सहारनपुर और अलीगढ़ रूट पर अतिरिक्त ट्रेनें चलाने का निर्देश दिया है। स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। आरपीएफ के अनुसार, सुरक्षाकर्मियों को भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए विशेष ब्रीफिंग दी गई है। अस्पताल और एम्बुलेंस सेवाओं को भी अलर्ट किया गया है।
निष्कर्ष: यमुना नदी में बाढ़ और PET परीक्षा के चलते दिल्ली-गाजियाबाद रेल रूट पर यात्रियों की परेशानी बनी हुई है। रेलवे प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं को बढ़ाकर स्थिति पर नियंत्रण करने का प्रयास किया है।