सूर्यकुमार के स्टैंड को मिला गांगुली का साथ, बोले – उनके निर्णय का आदर जरूरी

नई दिल्ली: भारतीय टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव को पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाने पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली का समर्थन मिला है। भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 के मैच के बाद शुरू हुआ हैंडशेक विवाद क्रिकेट से ज्यादा कूटनीतिक मुद्दा बन गया। जहां एक तरफ टीम इंडिया ने पाकिस्तान से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट पर सवाल उठाए और उन्हें हटाने तक की मांग कर डाली। मामला इतना बढ़ा कि पाकिस्तान ने यूएई के खिलाफ अपने अगले मैच से हटने की धमकी दे दी। हालांकि, बाद में माफी और बातचीत के बाद मैच खेला गया।

एक न्यूज चैनल से बात करते हुए गांगुली ने कहा कि सूर्यकुमार भारतीय टीम के कप्तान हैं और उनके इस फैसले का समर्थन करना चाहिए। गांगुली ने कहा, एक बार कार्यक्रम घोषित हो गया तो मैच तो होना ही था। हाथ नहीं मिलाने की बात करें तो वह (सूर्यकुमार) भारत के कप्तान हैं। यह उनका फैसला है। इसलिए, उन्होंने जो भी फैसला लिया है, वह उन्होंने ही लिया है।
 
क्यों हुआ था विवाद?
भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए हाई-वोल्टेज मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को हराने के बाद हाथ मिलाने की परंपरा को तोड़ दिया था। कप्तान सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व में पूरी टीम ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने और पोस्ट-मैच फोटो सेशन में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया। सूर्यकुमार और हेड कोच गौतम गंभीर का यह कदम पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों के परिवारों के प्रति समर्थन के तौर पर देखा गया। यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई और इसे लेकर भारतीय फैंस ने टीम के इस कदम की सराहना की, वहीं पाकिस्तान मीडिया और पूर्व खिलाड़ियों ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया। 

अब 21 सितंबर को फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला होना है। पिछले कुछ दिनों में जो हुआ है, उसने अगले मुकाबले की दिलचस्पी बढ़ा दी है। हैंडशेक से शुरू हुआ मामला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद तक पहुंच गया, माफी तक आया और अब पीसीबी के खिलाफ कार्रवाई की संभावना बन गई है। आने वाले दिनों में आईसीसी की अंतिम रिपोर्ट और निर्णय से साफ होगा कि यह विवाद यहीं खत्म होगा या कोई और नया मोड़ लेगा।

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