शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा पंचतत्व में विलीन; पोते राहुल ने दी मुखाग्नि, मिर्जापुर में ली अंतिम सांस
वाराणसी/मिर्जापुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 में प्रस्तावक रहे पद्म विभूषण पंडित छन्नू लाल मिश्रा का मिर्जापुर स्थित उनकी बेटी के आवास पर निधन हो गया है. उनकी बेटी नम्रता मिश्रा ने इसकी पुष्टि की है. गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके पोते राहुल मिश्र ने मुखाग्नि दी.
गुरुवार सुबह 4:15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. 89 वर्ष की अवस्था में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनका शव बनारस स्थित पैतृक आवास लाया गया है. वहीं, उनके निधन पर पीएम मोदी और सीएम योगी समेत कई हस्तियों ने ट्वीट कर शोक जताया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी.
शास्त्री गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र के बेटे रामकुमार मिश्र वाराणसी पहुंच चुके हैं. अब से कुछ देर बाद ही शवयात्रा निकाली जाएगी. इसके बाद मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा
अजय राय ने कहा कि पंडित जी काशी की शान थे. उनका जाना हम सबके लिए दुखद है. काशी की आवाज अब बंद हो गई. शास्त्रीय संगीत में उन्होंने देश में नाम कमाया. उनका नाम हमेशा-हमेशा के लिए अमर हो गया है. हम लोगों के बीच से एक मूर्धन्य शास्त्रीय गायक चला गया. हम लोग दुखी हैं.
7 माह से बीमार थे: जानकारी के मुताबिक पंडित छन्नूलाल मिश्रा 7 महीने से ज्यादा बीमार चल रहे थे और हाल ही में 17 दिनों के लिए वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के साथ सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती किए गए थे. वहां उन्हें 13 सितंबर को एडमिट कराया गया था. इसके बाद 27 सितंबर को उन्हें यहां से डिस्चार्ज कर दिया गया था और वह मिर्जापुर में अपनी बेटी नम्रता मिश्रा के आवास पर चले गए थे जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली है. उन्हें सीने में दर्द की शिकायत और अन्य कई बीमारियों के कारण एडमिट किया गया था.