नॉर्थ ईस्ट में लगी है कीलें, रखी है धारदार चीजें, पुता है लाल रंग? आपकी शांति और सेहत के छुपे दुश्मन! छोटी-सी गलतियां बन सकती हैं बड़ी समस्या

भारत में वास्तु को हजारों सालों से माना जाता रहा है, और इसमें हर दिशा का अपना विशेष महत्व होता है. इन दिशाओं में सबसे खास मानी जाती है नॉर्थ ईस्ट दिशा, जिसे ईशान कोण भी कहा जाता है. यह दिशा देवताओं की दिशा मानी जाती है, और यहां की ऊर्जा सबसे हल्की, शुद्ध और मानसिक संतुलन देने वाली होती है. आज के समय में बहुत से लोग बिना दिशा का ध्यान रखे अपने घर या ऑफिस में कुछ भी रख देते हैं – जैसे कीलें, भारी अलमारी, लाल रंग की सजावट या धारदार चीजें. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इससे आपके घर के वातावरण और आपके शरीर पर क्या असर पड़ सकता है? इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह कि ईशान कोण में कुछ वस्तुएं रखने से जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और इससे कैसे बचा जाए.

नॉर्थ ईस्ट (ईशान कोण) का महत्व
-यह दिशा सुबह की रोशनी का पहला स्वागत करती है.
-इसे शुद्ध विचारों, मानसिक स्थिरता और आत्मिक शांति से जोड़ा जाता है.
-यहां की ऊर्जा बहुत संवेदनशील होती है, जो जल्दी गड़बड़ हो सकती है.

1. लाल रंग का असर
-लाल रंग ऊर्जा का प्रतीक है, लेकिन यह अग्नि से जुड़ा होता है.
-ईशान कोण की शांत प्रकृति के साथ यह मेल नहीं खाता.
-इससे घर में चिड़चिड़ापन, गुस्सा, और तनाव बढ़ सकता है.
-बच्चे बेचैन हो सकते हैं, और बड़ों को मानसिक थकावट महसूस हो सकती है.

2. धारदार या भारी चीजें
-धारदार वस्तुएं जैसे चाकू, कैंची या तलवार जैसी सजावटी चीजें यहां रखने से दिमागी तनाव बढ़ सकता है.
-भारी अलमारी या लोहे का सामान यहां रखने से ऊर्जा का बहाव रुक जाता है.
-इससे कई दिक्कतें पैदा हो सकती हैं:
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-नींद न आना
-मन बेचैन रहना
-डिप्रेशन जैसा महसूस होना
-भविष्य को लेकर डर या उलझन
3. कीलें, स्क्रू या ड्रिल मशीन
-अगर ईशान दिशा में दीवारों पर बहुत कीलें लगी हों, या यहां सामान टांगा गया हो, तो यह भी ऊर्जा को बाधित करता है.
-यह दिशा हल्की होनी चाहिए, लेकिन कीलों से यह दबाव में आ जाती है.
-इससे सिर भारी लग सकता है, माइग्रेन या आंखों की थकान हो सकती है.
शरीर पर पड़ने वाले असर
लक्षण कारण
सिरदर्द या भारीपन ऊर्जा का प्रवाह रुक जाना
अनिद्रा दिशा में गलत तत्वों की उपस्थिति
आंखों की थकान मानसिक दबाव से जुड़ा असर
दिल की घबराहट ऊर्जा में असंतुलन

समाधान क्या हैं?
1. इस दिशा को खाली और खुला रखें.
2. अगर संभव हो तो यहां छोटा जल का स्रोत रखें – जैसे फव्वारा, कटोरा या एक्वेरियम.
3. लाल, काला या गहरे रंग यहां न इस्तेमाल करें – हल्का नीला, सफेद या हल्का पीला बेहतर रहेगा.
4. धारदार या भारी वस्तुएं तुरंत हटा दें.
5. अगर पूजा का स्थान बनाना हो, तो यही दिशा सबसे सही रहती है.
6. रोज सुबह यहां बैठकर कुछ देर ध्यान या प्रार्थना करें – इससे दिशा की ऊर्जा और बेहतर होती है.

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