जब 19 साल की उम्र में शाहरुख खान को हुआ गौरी से प्यार, प्रपोज करने का अंदाज था सबसे अलग

मुंबई: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी खान आज अपनी शादी की 34वीं सालगिरह मना रहे हैं। यह जोड़ी न केवल बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत जोड़ियों में से एक है, बल्कि इनकी प्रेम कहानी किसी फिल्म से कम नहीं लगती। दिल्ली की गलियों से शुरू हुआ यह रिश्ता, समाज की बंदिशों, पारिवारिक विरोध और धर्म के फर्क से होते हुए आखिरकार शादी के मुकाम तक पहुंचा। आज दोनों एक दूसरे के साथ सुखी पारिवारिक जीवन बिता रहे हैं। दोनों के तीन बच्चे हैं और एक हंसता-खेलता परिवार। हालांकि दोनों की प्रेम कहानी की राह इतनी आसान नहीं थी। 

पहली नजर का प्यार 
साल 1984 में दिल्ली के पंचशील क्लब में एक पार्टी चल रही थी। वहीं पहली बार 19 साल के शाहरुख की नजर 14 साल की गौरी पर पड़ी। गौरी उस वक्त किसी और दोस्त के साथ डांस कर रही थीं, और शाहरुख बस उन्हें देखे जा रहे थे। उस एक पल में ही उन्हें एहसास हो गया कि उन्होंने अपने ‘दिल की रानी’ ढूंढ़ ली है।

लेकिन शाहरुख की शर्मीलापन बीच में आ गया। उन्होंने बात तो नहीं की, मगर दिल में ठान लिया कि अब गौरी से मिलना ही है। उसके बाद शाहरुख हर उस पार्टी में पहुंचने लगे जहां गौरी के आने की संभावना होती। तीसरी मुलाकात तक आते-आते उन्होंने हिम्मत जुटाई और गौरी के घर का फोन नंबर हासिल कर लिया।

कोडवर्ड ‘शाहीन’ और चोरी-छिपे फोन कॉल्स
उन दिनों न मोबाइल था, न व्हाट्सएप। शाहरुख ने एक अनोखा तरीका निकाला- वह अपनी दोस्त से गौरी के घर फोन करवाते और ‘शाहीन’ नाम से बात करवाते। यह उनका कोडवर्ड था। जैसे ही घर पर कोई फोन उठाता और ‘शाहीन’ सुनता, गौरी समझ जातीं कि फोन शाहरुख का है। घंटों चलने वाली उन बातचीतों में दोनों का रिश्ता और गहराता गया। धीरे-धीरे मुलाकातें बढ़ीं और फिर शुरू हुई लॉन्ग ड्राइव्स की कहानी।

जब शाहरुख ने कहा- 'मैं तुमसे शादी करूंगा'
कई मुलाकातों के बाद एक दिन शाहरुख ने गौरी को उनके घर छोड़ा। गाड़ी से उतरते वक्त उन्होंने बिना किसी भूमिका के कह दिया, “मैं तुमसे शादी करूंगा।” गौरी हैरान रह गईं, लेकिन शाहरुख जवाब सुने बिना वहां से चले गए। वो पल उनकी प्रेम कहानी का सबसे खूबसूरत मोड़ बन गया।

पजेसिव शाहरुख, परेशान गौरी
शाहरुख की मोहब्बत इतनी गहरी थी कि वह गौरी के बाल खुले देखने पर भी बेचैन हो जाते थे। उन्हें डर था कि कोई और उनकी प्रेमिका को देख न ले। यह पजेसिवनेस गौरी को परेशान करने लगी। एक दिन बिना बताए वह दिल्ली से मुंबई चली गईं। जब शाहरुख को यह बात पता चली, तो उन्होंने पूरे शहर की गलियां छान डालीं। कई दिन की तलाश के बाद आखिरकार उन्होंने गौरी को अक्सा बीच पर ढूंढ निकाला। गौरी उन्हें देखकर रो पड़ीं, और यहीं तय हो गया — अब यह रिश्ता कभी नहीं टूटेगा।

दो बार हुई शादी
धर्म का फर्क सबसे बड़ी रुकावट बना। गौरी के परिवार को यह रिश्ता मंजूर नहीं था, लेकिन शाहरुख ने हार नहीं मानी। महीनों तक उन्होंने गौरी के माता-पिता को मनाने की कोशिश की। आखिरकार, उनका प्यार जीत गया। पहले दोनों का निकाह हुआ, जिसमें गौरी का नाम ‘आयशा’ रखा गया। इसके बाद 25 अक्टूबर 1991 को हिंदू रीति-रिवाजों के साथ दोनों ने शादी कर ली। उस संगीत समारोह में शाहरुख और गौरी ने दिल खोलकर डांस किया- जैसे किसी फिल्म का हैप्पी एंडिंग सीन हो।

बॉलीवुड की ‘रॉयल लव स्टोरी’
आज तीन बच्चों- आर्यन, सुहाना और अबराम के साथ यह जोड़ी बॉलीवुड की सबसे स्थिर और प्यारी जोड़ियों में गिनी जाती है। शाहरुख ने कई बार कहा है कि उनकी सफलता के पीछे गौरी का बड़ा हाथ है। उनकी कहानी बताती है कि जब प्यार सच्चा हो, तो धर्म, दूरी या समाज की दीवारें मायने नहीं रखतीं।

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