राजस्थान के कोटपूतली में BLO की मौत, परिजनों का बयान प्रशासनिक दबाव में बदला?

मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य में लगे एक और बीएलओ की मौत का मामला का राजस्थान के कोटपूतली से सामने आया है. एसआईआर फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख को संदिग्ध हालत में उनकी मौत हो गई | वहीं परिजनों ने पहले कहा था कि 200 फार्म नहीं भर पाने और एसडीएम द्वारा दबाव बनाने व धमकाने की वजह से उन्होंने सुसाइड कर लिया है |

हालांकि, परिवार के लोग अब अपने बयान से पलट गए हैं. अब उनका कहना है कि मौत का शिकार हुए बीएलओ विजय गुर्जर अपना काम निपटाकर घर वापस लौट रहे थे, तभी उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह सड़क पर गिर गए. हादसे में उन्हें चोट आई और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया |

क्या प्रशासनिक दबाव में परिजनों ने बदला बयान?

आशंका जताई जा रही है कि परिवार ने प्रशासन के दबाव में बयान बदल दिया है. वैसे अगर मान भी लिया जाए कि बीएलओ विजय गुर्जर ने खुदकुशी नहीं की और वह हादसे का शिकार हुए तो भी समझा जा सकता है कि वह किस कदर दबाव में थे |  42 साल की उम्र में उन पर ऐसा कौन सा दबाव था, जिसकी वजह से वह इतने डिप्रेशन में आए की बीमार होकर सड़क पर गिर गए और हादसे का शिकार हुए. विजय गुर्जर अपने पीछे पत्नी के साथ ही 17 साल के बेटे और 15 साल की बेटी को छोड़ गए हैं|

दरअसल, यह पूरा मामला राजस्थान के कोटपूतली जिले का है. यहां के पीथावली इलाके के रहने वाले 42 साल के शिक्षक विजय गुर्जर को बीएलओ के तौर पर एसआईआर का काम देखने के लिए दिया गया था. उनका बूथ नंबर 78 सरदार सीनियर सेकेंडरी स्कूल में था |

जानकारी के मुताबिक, उनके इलाके के तमाम लोग दूसरी जगह पर शिफ्ट हो गए थे. कई मतदाता ढूंढने से भी नहीं मिल रहे थे. इसकी वजह से उनके बूथ के करीब 200 फॉर्म नहीं भर सके थे. बाकी सारे फॉर्म उन्होंने 4 दिसंबर को ही डिजिटाइज्ड कर दिया था |

अधिकारी टारगेट पूरा करने का बना रहे थे दबाव

आरोप है कि एसडीएम समेत ऊपर के अधिकारी उन पर लगातार दबाव बना रहे थे और सभी फॉर्म नहीं भर पाने पर कार्रवाई किए जाने की धमकी भी दे रहे थे | इससे वह काफी परेशान थे और इन दिनों उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ गया था. पिछले कुछ दिनों से वह बेहद चिड़चिड़े हो गए थे और परेशान नजर आते थे |

परिजनों ने क्यों बदला अपना बयान?

एसआईआर के अंतिम दिन उनका शव संदिग्ध हालत में सड़क के पास पाया गया था. शाम पांच बजे उन्होंने घर पर बात की थी. कुछ ही देर में घर वापस आने की जानकारी दी थी. विजय गुर्जर का शव मिलने के बाद परिवार वालों ने बेहद गंभीर आरोप लगाए थे |

हालांकि शुक्रवार को पोस्टमार्टम हाउस में वह अपने बयान से बदल गए. पुलिस का भी कहना है कि परिवार ने गलतफहमी में आरोप लगा दिए थे, लेकिन अब उन्होंने लिखित तौर पर दिया है कि विजय गुर्जर हादसे का शिकार हुए हैं |

राजस्थान में 37 दिनों 5 बीएलओ की मौत

सैंतीस दिनों की एसआईआर में राजस्थान इसके काम से जुड़े पांच बीएलओ की मौत हुई है| जयपुर में एक बीएलओ ने सुसाइड किया था. दो की हर्ट अटैक से मौत हुई थी. एक शिक्षक की मौत संदिग्ध थी और अब पांचवा मामला शिक्षक विजय गुर्जर का है. बहरहाल शिक्षक विजय गुर्जर की मौत ने एसआईआर की प्रक्रिया को लेकर एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं |

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