दिल की बीमारी से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए सरकार प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की उपस्थिति में बच्चों के दिल की बीमारी का नि:शुल्क इलाज करने के लिए मंत्रालय में एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए गए। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एवं सांई प्रशांति मेडिकल सर्विस एंड रिसर्च फाउंडेशन के बीच यह एम.ओ.यू. हुआ। एम.ओ.यू. के अनुसार फाउण्डेशन से प्रतिवर्ष 1000 बच्चों की हृदय संबंधी बीमारियों का नि:शुल्क इलाज होगा। इस मौके पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसी राम सिलावट भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि बालपन में हृदय की बीमारी से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बच्चों को दिल की बीमारी से मुक्त करने के लिए उनका नि:शुल्क इलाज करवा रही है। इस कार्य में स्वयं सेवी संस्थाओं के जुड़ जाने से निश्चित ही हम प्रदेश के ऐसे सभी बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज करने में सफल होंगे, जो दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं।
आज हुए एम.ओ.यू.के मुताबिक जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों के इलाज के लिये बाल हृदय उपचार योजना में सत्य सांई प्रशांति मेडिकल सर्विसेस एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग के साथ नि:शुल्क शिविर लगाया जाएगा। शिविरों के जरिए दिल की बीमारी से पीड़ित बच्चों की पहचान कर उनका नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।
एम.ओ.यू. पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से मिशन संचालक सुश्री छवि भारद्वाज एवं फाउंडेशन की ओर से मैनेजिंग ट्रस्टी श्री मनोज भिमानी ने हस्ताक्षर किए। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल उपस्थित थीं।