दुनिया को भारत उम्मीदें से देख रही, इन उम्मीदों को सभी भारतीयों को पूरा करना : मोदी

चेन्नई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि  विश्व को भारत से बहुत उम्मीदें हैं, उनकी सरकार देश को ‘महानता’ के उस रास्ते पर ले जाएगी जहां वह पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद साबित होगा। फिर से सत्ता में आने के बाद तमिलनाडु के पहले दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के खिलाफ अपने अभियान को दोहराया। उन्होंने कहा, हाल ही में संपन्न अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान मैंने देखा कि विश्व की आगे बढ़ रहे भारत से बहुत उम्मीदें हैं। हम निश्चित तौर पर भारत का तेजी से कल्याण सुनिश्चित करने वाले है।
उन्होंने भाजपा द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर कहा कि देश को महान बनाना केवल केंद्र सरकार का काम नहीं है बल्कि यह 130 करोड़ नागरिकों की भी जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह देश के कोने-कोने में बसे नागरिकों का काम है चाहे वह शहर या गांव में रह रहे हो,  अमीर या गरीब हो और जवान तथा बूढ़े हो’’ तथा देश इन सभी के योगदान से महान बनेगा। एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के खिलाफ अपने अभियान के बारे में कहा कि इसके इस्तेमाल ने ‘बड़ी समस्या पैदा की। मोदी ने कहा कि हालांकि कुछ लोग भूलवश ‘‘प्लास्टिक मुक्त भारत’’ का आह्वान करते हैं लेकिन वह केवल एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के खिलाफ अभियान पर ही जोर दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जन भागीदारी से कई योजनाएं कामयाब हुईं और ऐसा ही एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के मामले में होना चाहिए। भाजपा सांसदों की प्रस्तावित ‘पदयात्रा’ दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के दिन होने पर मोदी ने कहा कि यह ‘‘इन विचारों’’ को अमल में लाने की संभावना तलाश करने में मददगार होगा। पिछले सप्ताह अमेरिकी यात्रा के दौरान अपने संबोधन में तमिल में की गई टिप्पणियों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने यह संकेत दिया कि यह दुनिया की एक ‘‘प्राचीन भाषा’’ है। उन्होंने कहा, अब अमेरिका में तमिल भाषा की आवाज गूंज रही है।इसके पहले तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी, उपमुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम और कैबिनेट मंत्रियों ने हवाईअड्डे पर मोदी का स्वागत किया।

विश्वभर में प्रयोग हो सकने वाले समाधान मुहैया कराने प्रतिबद्ध है भारत
इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के नवोन्मेष पारिस्थितिकी तंत्र की सराहना की और कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर उपयोग हो सकने वाले समाधान मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मोदी ने कहा कि स्कूलों से लेकर उच्च शिक्षा और अनुसंधान तक, एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र पैदा किया जा रहा है जो नवोन्मेष का माध्यम बन गया है। देश तीन शीर्ष स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्रों में से एक है। उन्होंने कहा कि भारत 5000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है और नवोन्मेष एवं स्टार्टअप इसमें अहम भूमिका निभाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘आईआईटी-मद्रास’ में ‘सिंगापुर इंडिया हैकाथन 2019 में कहा, हम दो बड़े कारणों से नवोन्मेष को प्रोत्साहित कर रहे हैं। पहला कारण यह है कि हम भारत की समस्याओं को सुलझाने के लिए आसान समाधान चाहते हैं ताकि जीवन सरल हो सके। उन्होंने कहा, दूसरा कारण यह है कि हम भारत के लोग, पूरी दुनिया के लिए समाधान तलाशना चाहते हैं। वैश्विक स्तर पर प्रयोग होने वाले भारतीय समाधान। यह हमारा लक्ष्य एवं प्रतिबद्धता है।उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों के ठहाकों के बीच कहा, मुझे मुख्य रूप से वह कैमरा अच्छा लगा जो बताता है कि कौन ध्यान दे रहा है। आप जानते हैं कि अब क्या होगा, मैं संसद के अपने अध्यक्ष (ओम बिरला) से बात करूंगा… और मुझे भरोसा है यह सांसदों के लिए बहुत लाभकारी होगा।’’

Leave a Reply