एक महीने में दूसरी बार उत्तर कोरिया ने बलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया
वॉशिंगटन। अमेरिका की तमाम कोशिशों और चेतावनियों को नजरंदाज करते हुए उत्तर कोरिया ने एकबार फिर अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का परीक्षण किया है। नॉर्थ कोरिया का दावा है कि अब पूरा US उसके मिसाइलों की जद में आ गया है। प्योंगयांग की आधिकारिक मीडिया का दावा है कि यह ताजा मिसाइल पूरे अमेरिका पर हमला करने में सक्षम है।
नॉर्थ कोरिया का कहना है कि इस मिसाइल परीक्षण को अमेरिका के लिए सख्त चेतावनी के तौर पर देखा जाना चाहिए। उत्तर कोरिया के करीबी सहयोगी चीन ने हालांकि अपने रुख में थोड़ी तब्दीली दिखाते हुए इस ताजा मिसाइल टेस्ट की निंदा की है। अमेरिका पिछले लंबे समय से चीन को उत्तर कोरिया पर दबाव बनाकर उसका परमाणु व मिसाइल कार्यक्रम बंद करवाने के लिए मना रहा है। उसकी कोशिशें फिलहाल नाकाम होती दिख रही हैं। एक महीने के भीतर यह दूसरा मौका है जब उत्तर कोरिया ने ICBM का परीक्षण किया है। इस परीक्षण के बाद कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ गया है। इस टेस्ट से एक दिन पहले ही अमेरिकी कांग्रेस ने रूस, ईरान और उत्तर कोरिया पर नए और सख्त प्रतिबंधों को लगाए जाने के पक्ष में वोट दिया है।
उत्तर कोरिया यह परीक्षण करेगा, ऐसी आशंका पहले से ही जताई जा रही थी। CIA के अधिकारियों ने अनुमान जताया था कि उत्तर कोरिया 27 जुलाई को मिसाइल टेस्ट कर सकता है। यह तारीख प्योंगयांग के लिए खास है। 1959 में इसी तारीख को कोरियाई युद्ध खत्म हुआ था। उत्तर कोरिया की आदत रही है कि वह खास तारीखों पर मिसाइल टेस्ट करता है।
इससे पहले उसने 4 जुलाई को ICBM टेस्ट किया था। इस दिन अमेरिका अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। उस समय प्योंगयांग के सर्वोच्च नेता ने कहा था कि यह मिसाइल टेस्ट 'बास्टर्ड अमेरिका' को उनकी ओर से भेजा गया तोहफा है। यह पहली बार था जब उत्तर कोरिया ICBM का सफल परीक्षण करने में कामयाब रहा था।