वेंकैया नायडू देश के नए उपराष्ट्रपति चुने गए
वेंकैया नायडू देश के 15वें उपराष्ट्रपति होंगे. उन्होंने विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को हराया. नायडू को 516 से ज्यादा वोट मिले. गोपालकृष्ण गांधी को केवल 244 वोट ही मिले. नायडू ने गांधी को 272 मतों से हराया. वे हामिद अंसारी की जगह लेंगे. अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त होगा. नायडू 11 अगस्त को शपथ लेंगे.
आंध्र प्रदेश के नेल्लूर जिले के एक सीधे-सादे कृषक परिवार से ताल्लुक रखने वाले बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नायडू को उनकी वाक् क्षमता के लिए जाना जाता है. आंध्र प्रदेश विधानसभा में दो बार सदस्य रह चुके नायडू कभी लोकसभा के सदस्य नहीं रहे.
सत्तर के दशक में जब बीजेपी का पूर्ववर्ती संगठन जनसंघ अपनी पहचान बना ही रहा था और दक्षिण में उसका कोई आधार नहीं था, तब आंध्र प्रदेश का एक युवा पार्टी कार्यकर्ता अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गजों के पोस्टर लगाने में व्यस्त रहता था. राजनीतिक कार्यकर्ता के उन दिनों से लंबी दूरी तय करके मुप्पावरापू वेंकैया नायडू शनिवार को उपराष्ट्रपति चुने गए.
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए 98.21 प्रतिशत वोटिंग हुई. कुल 785 में से 771 वोट डाले गए.मतदान के दौरान 14 सांसद अनुपस्थित रहे. इनमें टीएमसी के चार, भाजपा-कांग्रेस के दो-दो, आईयूएमएल के दो और एनसीपी, पीएमके के एक-एक सांसद गैरमौजूद रहे. साथ ही 11 वोट रद्द हुए. नायडू ने जीत के बाद समर्थकों का आभार जताया. उन्होंने कहा कि वे संविधान की गरिमा बनाए रखेंगे.
जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वेंकैया नायडू को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'भारत का उपराष्ट्रपति चुने जाने पर वेंकैया नायडू को बधाई. प्रेरणादायी और फलदायक कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं. मुझे विश्वास है कि नायडू एक समर्पित और मेहनती उपराष्ट्रपति के रूप में देश की सेवा करेंगे.' विपक्ष की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रहे गोपालकृष्ण गांधी ने वेंकैया नायडू को जीत की बधाई दी. उन्होंने अपने प्रदर्शन पर संतुष्टि जताई. विपक्ष के कई नेताओं ने नायडू को उपराष्ट्रपति चुने जाने पर बधार्द दी है. उपराष्ट्रपति पद के नतीजों के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वे विपक्ष विचारधारा से कभी समझौता नहीं करेगा चाहे हम जीतें या हारें. एनडीए के खिलाफ वोट देने वालों का शुक्रिया.