सपा नेता अनिल यादव के साथ शादी की तैयारियों में जुटीं पंखुड़ी पाठक
लखनऊ. कांग्रेस (Congress) की मीडिया पैनलिस्ट पंखुड़ी पाठक (Pankhuri Pathak) समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के पूर्व प्रवक्ता अनिल यादव (Anil Yadav) से शादी रचाने जा रही हैं. दोनों की शादी एक दिसंबर को दिल्ली कैंट स्थित वसुंधरा वाटिका से होगी. बताया जा रहा है कि दोनों का प्रेम विवाह है. बता दें पंखुड़ी पाठक पहले अनिल यादव के साथ समाजवादी पार्टी में थीं लेकिन बाद में उन्होंने समाजवादी पार्टी छोड़ दी थी, अब वह कांग्रेस की मीडिया पैनलिस्ट हैं.
इस बीच शादी की तैयारियों में जुटीं पंखुड़ी पाठक का एक ट्वीट सामने आया है. इसमें उन्होंने अपनी तस्वीर के साथ लिखा है, "सत्य वह सूरज है जिसे फ़रेब के बादल ढक सकते हैं लेकिन बुझा नहीं सकते." पंखुड़ी का ये ट्वीट चर्चा सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है. बता दें एक दिन पहले ही शुक्रवार को अनिल यादव की पूर्व पत्नी ज्योति यादव (Jyoti Yadav) ने उन पर जबरन तलाक लेने का आरोप लगाया है. साथ ही पंखुड़ी पर भी आरोप लगाए हैं. ज्योति यादव ने कहा कि उनके बेटे को जान से मारने की धमकी देकर उनसे कागजों पर हस्ताक्षर कराए गए.
ज्योति यादव ने नोएडा के सेक्टर 29 स्थित नोएडा मीडिया सेंटर में एक प्रेसवार्ता करके आरोप लगाया कि अनिल यादव ने उनके पांच वर्षीय बेटे को जान से मारने की धमकी देकर उनसे जबरन तलाक के कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए. ज्योति यादव ने साथ ही अपने देवर कपिल यादव व ससुर सुरेश यादव पर भी आरोप लगाया है. इन लोगों ने उन्हें एक कमरे में बंद करके रखा था.
अनिल यादव की पूर्व पत्नी ने आरोप लगाया कि पंखुड़ी पाठक, सपा नेता को कथित तौर पर ब्लैकमेल करके शादी के लिए दबाव बना रही हैं.
अनिल यादव बोले- आपसी सहमति से लिया तलाक
वहीं, सपा नेता अनिल यादव का कहना है कि उन्होंने अपनी पूर्व पत्नी ज्योति यादव से दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट में आपसी सहमति से विधिवत तलाक लिया है. उन्होंने बताया कि अदालत के आदेश पर उन्होंने अपनी पत्नी व बच्चे के खर्चे के लिए 50 लाख रुपया दिया है. उनका आरोप है कि उनकी पूर्व पत्नी उनके राजनीतिक विरोधियों के बहकावे में आकर उनकी छवि धूमिल करने की उद्देश्य से उनके खिलाफ दुष्प्रचार कर रही हैं. सपा नेता के अनुसार उन्होंने अपनी पूर्व पत्नी ज्योति यादव का मानसिक व शारीरिक शोषण नहीं किया है. उनका कहना है कि उनकी पूर्व पत्नी संपत्ति के लोभ में उनके ऊपर दबाव बनाने के लिए दुष्प्रचार कर रही हैं.