प्रधानमंत्री ने सिखों के दिलों को पहुंचाई ठेस : हरनाम सिंह खालसा
लुधियाना-अमृतसर ।दमदमी टकसाल के प्रमुख जत्थेदार संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन की ७५वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद में संबोधन के दौरान देश की आजादी के लिए सिखों की कुर्बानियों को एक गहरी साजिश अधीन नजर अंदाज करके सिख भाईचारे की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। टकसाल प्रमुख ने यह भी कहा कि सिख भाईचारे द्वारा देश में दो फीसदी जनसंख्या होने के बावजूद देश की आजादी के लिए ८७ फीसदी कुर्बानियां देकर भारत को आजाद करवाने में भूमिका निभाई, जिसे इतिहास में मिटाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि पिछले साल गणतंत्रता दिवस की परेड के दौरान सिख रेजीमेंट को शामिल ना करना और अब श्री मोदी द्वारा अपने भाषण में सिखों के योगदान को नजरअंदाज की गई कोशिश के उपरांत यह बात एक बार फिर उठ खड़ी हुई है कि केंद्रीय हुकूमत सिखों को बार-बार देश में बेगाने होने का एहसास करवा रही है।
इस अवसर पर उन्होंने सिख काकरो पर भारी जीएसटी लगाने का सख्त विरोध प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री से सिख काकरो को जीएसटी मुक्त करवाने की मांग करते हुए कहा कि आज कांच और प्लास्टिक की चूडिय़ों पर तो टैक्स में छूट है परंतु हाथ में डाले जाने वाले कड़े पर १८ फीसदी, कृपान पर १२ फीसदी, गतके पर ५ और कंघे पर १२ फीसदी जीएसटी लागू कर दिया गया है जो निंदनीय है।