लॉकडाउन के दो दृश्य महिला के नोट फेंकने से दहशत, शिक्षक गरीबों को बांट रहे मच्छरदानी
जबलपुर.| जबलपुर के रांझी क्षेत्र में रविवार की सुबह एक महिला ने सड़क पर नोट (Currency) फेंक कर सनसनी फैला दी. दरअसल झंडा चौक क्षेत्र में एक बाइक पर महिला और पुरूष निकल पड़े और महिला ने अपने पर्स से नोट निकालकर सड़क पर फेंक दिया. यह नजारा देखने वाले लोगों ने बाइक का पीछा करने की कोशिश की लेकिन बाइक सवार बाइक की स्पीड बढ़ाकर भाग निकले. इस घटना के बाद लोगों में आशंका है कि यह नोट कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित है और यहां संक्रमण फैलाने के लिए यह साजिश के तहत फेंका गया है. यह अभी जांच का विषय बना हुआ है. वहीं इससे इतर समाज में कई लोग ऐसे हैं जो इस कोरोना संकट की घड़ी में लोगों को जरूरत का सामान बांट रहे हैं. जबलपुर के एक शिक्षक ने ने सड़कों पर गुजारा करने वालों को मलेरिया और डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी से बचाने के लिए मच्छरदानी (Mosquito net) बांटा.
युवकों ने नोट सैनिटाइज कर पुलिस को सौपा
कुछ युवकों ने हिम्मत करके नोट को सेनिटाइज किया और फिर एक पाॅलीथिन बैग में रखा और एक तरफ टांग दिया है। वहीं घटना की जानकारी पुलिस को दे दी है.
पराग दीवान चलाते हैं कोचिंग सेंटर
जबलपुर में कोचिंग संचालित करने वाले पराग दीवान नाम के शिक्षक अपने सेवा के अनूठे तरीके से इन दिनों खासी सुर्खियां बटोर रहे हैं. वे अपनी दिवंगत मां की याद में रात को घर से निकल जाते हैं और उन इलाकों में पहुंच जाते हैं जहां गरीब असहाय और भीख मांगकर गुजारा करने वाले परिवार डेरा जमाए रहते हैं. रात के अंधेरे में जब ऐसे लोग नींद की आगोश में रहते हैं तो पराग दीवान उन पर उच्च क्वालिटी के मच्छरदानी का कवच ओढ़ाने लगते हैं.
मच्छर से बचाने की मुहिम
गरीबों को मच्छरदानी बांटने के पीछे पराग दीवान की मंशा है कि घर की चहार दीवारी में कैद परिवार तो मच्छरों से महफूज रहते हैं लेकिन जो खुले आसमान के नीचे रातें गुजार रहे हैं वे मच्छरों के काटने से बीमार हो सकते हैं. लिहाजा उनकी चिंता करते हुए पराग दीवान लगातार सेवा भाव से गरीब परिवारों को मच्छरदानी की सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं. नर्मदा तट ग्वारीघाट में गरीबों और बेसहारों को मच्छरदानी में सोते एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें इस तरह के प्रयास की हर तरफ सराहना हो रही है. दरअसल गरीब परिवारों को पराग दीवान मच्छरदानी ही नहीं दे रहे हैं बल्कि उनके लिए दो वक्त की रोटी का इंतजाम भी वे अपनी तरफ से ही करा रहे हैं.
