बिलासपुर-लंगर में गरीबो को कलेक्टर ने परोसा भोजन
बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर ने गरीब भूखे लोगों को भोजन कराने पहुंचे। लॉकडाउन के दौरान जिला प्रशासन, नगर निगम के साथ एनजीओ और स्वयंसेवकों द्वारा जरूरतमंद लोगों को राशन और भोजन प्रदान किया जा रहा था, लेकिन मौजूदा एक सप्ताह के लॉकडाउन के दौरान ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। लेकिन हालात बिल्कुल वैसे ही है। ऐसे में ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फेडरेशन के बैनर तले शहर के कुछ जागरूक युवा सामने आए हैं, जिनके द्वारा पहले दिन से ही जरूरतमंद लोगों की सेवा की जा रही है। एक तरफ सड़क पर डटे पुलिस और एसपीओ को यह लोग चाय और बिस्कुट की सेवा दे रहे हैं तो वही बस स्टैंड और आसपास रहने वाले गरीब भूखों को इनके द्वारा भोजन भी कराया जा रहा है। इसके लिए बाकायदा संस्था के सदस्य लंगर की व्यवस्था कर रहे हैं। इंसानों के साथ मुक पशुओं का भी ख्याल इनके द्वारा रखा जा रहा है, जिन्हें भी भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
रविवार को ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के सदस्यो का हौसला बढ़ाने बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर भी पहुंचे ,जिन्होंने पुराना बस स्टैंड हनुमान मंदिर के पास रहने वाले गरीब भिक्षुको को अपने हाथों से परोस कर भोजन कराया। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद यही है कि कोई भी भूखा ना सोए।
कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया चिंतित और परेशान है। एक तरफ संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन जरूरी है लेकिन दूसरी ओर लॉकडाउन के कारण लोगों के पास काम रोजगार और आय नहीं है। स्थिति बिल्कुल उस चादर जैसी हो गई है जिससे पैर ढके तो चेहरा खुल जाता है , चेहरा ढके तो पैर उधड़ जाता है। लेकिन संकट ही कुछ ऐसा है कि परिस्थितियों से तालमेल बनाकर चलना होगा। इस हालात में सबसे अधिक परेशानी अब मध्यम वर्ग को होने लगी है। ऐसी परिस्थितियों के साथ 4 महीने बीत रहे हैं। संपन्न वर्ग को कभी कोई परेशानी नहीं हुई ।गरीबों की जरूरत शासन और स्वयंसेवकों ने पूरी कर दी। लेकिन मध्यम वर्ग को अपनी फिक्र खुद ही करनी पड़ी और अब धीरे-धीरे जमा पूंजी भी खत्म हो रही है। अधिकांश लोगों के पास रोजगार नहीं। प्राइवेट नौकरियों में वेतन नहीं मिल रहा तो वही आधे से अधिक लोगों की नौकरियां चली गई है। लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि वे इससे कैसे बचें। अगर कोरोना से बचने की कोशिश करते हैं तो भूख से मरने का डर सताता है और अगर भूख से लड़ने की कोशिश में बाहर निकलते हैं तो कोरोना का संक्रमण बाहर घात लगाए बैठा है। कुल मिलाकर ऐसी परिस्थितियों के बीच ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन जैसी कुछ संस्थाएं हैं जो अपने स्तर पर कुछ लोगों के लिए तारणहार बनकर सामने आई है, जिनके उत्साहवर्धन के लिए रविवार को बिलासपुर कलेक्टर भी पहुंचे और इस कार्य की सराहना की वहीं रविवार पुराना बस स्टैंड पहुंचे कलेक्टर ने यहां ड्यूटी कर रहे एसपीओ से मुलाकात कर उनका उत्साहवर्धन किया और उन्हें कुछ हिदायत भी दी।