साध्वियों का यौन शोषण मामला: सिरसा पहुंची अर्धसैनिक बलों की 6 टुकड़ियां

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख से जुड़े एक मामले में 25 अगस्त को फैसला आने की संभावना से पहले अधिकारियों ने हरियाणा में अलर्ट जारी कर दिया है. राज्य में कानूनव्यवस्था को बनाए रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. सिरसा, हिसार और फतेहाबाद जिले में निषेधाज्ञा लागू की गई है.

कानूनव्यवस्था बनाए रखने के लिए पड़ोसी राज्यों पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमाएं सील कर दी गई हैं. सिरसा और फतेहाबाद के राजस्थानपंजाब की सीमाओं पर 300 पुलिस जवानों को तैनात कर दिया गया.

वहीं प्रदेश के कई जिलो में पैरामिल्ट्री फोर्सेस पहुंचने लगी हैं. सिरसा में अर्धसैनिक बलों की 6 टुकड़ियां पहुंची चुकी हैं जिनमें एक आरएएफ और पांच सीआरपीएफ की टीमें हैं. इसके अलावा चार टुकड़ियां आज शाम तक सिरसा पहुंच जाएंगीये टुकड़ियां सिरसा, डबवाली, कालांवाली और रानिया में तैनात रहेंगी. एसपी आश्विन शेणवी ने जानकारी देतें हुए कहा हरियाणा पुलिस अलर्ट पर है और किसी भी स्थिति से निपटने को लेकर पूरी तरह से तैयार है.

गौरतलब है कि यौन शोषण का शिकार हुई एक साध्वी ने गुमनाम पत्र लिखकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से शिकायत की थी. पत्र पर संज्ञान लेते हुए सितम्बर 2002 को मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. सीबीआई ने जांच में उक्त तथ्यों को सही पाया और डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के खिलाफ पंचकुला की विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल कर दिया.

डेरा प्रमुख को इस मामले में अदालत से जमानत तो मिल गई परंतु पिछले लम्बे समय से मामला पंचकुला की सीबीआई अदालत में चल रहा है और अब 25 अगस्त को अदालत इस मामले में अपना फैसला सुनाएगी और डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को भी 25 अगस्त को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया गया है.

 

लेकिन हरियाणा सरकार को आशंका है कि अगर ये फैसला डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ गया तो उनके समर्थक और डेरा प्रेमी आक्रोशित हो सकते हैं और प्रदेश में कानूनव्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है. इसी वजह से फैसला आने से पहले ही हरियाणा पुलिस ने किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है.

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