हत्या के दो मामलों में राम रहीम की पेशी आज, पैरा मिलिट्री की 33 कंपनियां तैनात
बता दें कि, डेरे के अंदर साध्वियों के साथ दुराचार से संबंधित मामले में गुमनाम चिट्ठी मिलने के बाद डेरा सदस्य रंजीत सिंह की 2002 में हत्या कर दी गई थी। अक्तूबर 2002 में ही पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की भी साध्वियों की गुमनाम चिट्ठी के मामले में लेख प्रकाशित होने के बाद हत्या कर दी गई थी।
हत्या के दोनों मामले की सुनवाई पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में चल रही है। 16 सितंबर से हत्या के दोनों मामलों में अंतिम बहस होनी है। साध्वी यौन शोषण मामले में सजा के बाद दोनों मामलों में अंतिम बहस के बाद फैसला भी दिया जाएगा।
साध्वी यौन शोषण मामले में सुनवाई के दौरान गुरमीत राम रहीम कभी पंचकूला की विशेष अदालत में व्यक्तिगत रूप से पेश नहीं हुआ। इस दौरान सिरसा से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये उसकी पेशी होती रही।
25 अगस्त को पंचकूला में जब डेरा प्रमुख अदालत में पहली बार व्यक्तिगत तौर पर पेश हुआ। इसी दौरान हुई पंचकूला में हिंसा और आगजनी हुई, जिसमें 35 लोगों की मौत हुुई।
पैरा मिलिट्री की 33 कंपनियां तैनात
25 अगस्त को पंचकूला में हुए दंगे और आगजनी के बाद 16 सितंबर को हत्या के मामलों में सीबीआई की अदालत में अंतिम बहस के मद्देनजर सुरक्षा चाक चौबंद है। जिला सचिवालय और अदालत के इर्द-गिर्द सुरक्षा कर्मियों की भारी तैनाती की गई है। डीजीपी बीएस संधू ने बताया कि पूरे प्रदेश में पैरा मिलिट्री की 33 कंपनियां तैनात हैं।