महाराष्ट्र के गांव में नई बीमारी से संकट, बालों के बाद नाखूनों में भी सड़न

महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के गांवों में अचानक लोगों के बाल झड़ने से हड़कंप मच गया था. तीन महीने बीत जाने के बाद भी इस बीमारी का कोई उचित इलाज नहीं मिल पाया है. अब इन्हीं में एक गांव में चौंकाने वाली घटना सामने आई है. जिन लोगों के बाल झड़ गए थे, अब उनके हाथ-पैर के नाखूनों में सड़न हो रही है, जिससे नाखून भी निकलकर गिर रहे हैं. सरपंच और गांव वालों ने महाराष्ट्र सरकार पर इस पूरे मामले को गंभीरता से नहीं लेने का आरोप लगाया है.

बता दें कि बुलढाणा जिले के शेगांव, खांमगाव और नादुरा तालुका के कुछ गांवों में जनवरी महीने में अचानक से एक ऐसी बीमारी उभरकर सामने आई, जिसने सभी गांव वालों को सकते में डाल दिया. जनवरी के महीने में अचानक से कई ग्रामीणों के बाल झड़ने लगे थे. यह देख ग्रामीण काफी डर गए थे. बाल झड़ने की खबर के बाद केंद्र से आईसीएमआर (ICMR) विशेषज्ञों की एक टीम भी बुलढाणा पहुंची थी.

अभी तक नहीं आई ICMR की रिपोर्ट
आईसीएमआर टीम ने इन गांवों में जाकर जांच के लिए मरीजों के बालों के और अन्य सैंपल लिए थे, लेकिन अभी तक ICMR की रिपोर्ट नही आई है. हालांकि जांच-पड़ताल में सामने आया था कि शरीर में सेलिनियम की मात्रा बढ़ जाने से बाल झड़ने की समस्या हुई थी. वहीं अब फिर से इन गांवों में एक और नई मुसीबत का सामने आ गई है.

जांच करने गांव पहुंची टीम
शेगांव तहसील के बोंडगांव में बाल झड़ने वाले मरीजों के हाथ और पैरों के नाखून भी सड़कर टूटने और झड़ने लगे हैं, जिससे गांव वाले हैरान हैं. बाल झड़ने के बाद नाखून खराब होकर झड़ने की शिकायत से स्वास्थ्य विभाग के सामने फिर से नई चुनौती खड़ी हो गई. नाखून झड़ने की नई वजह का पता लगाने के लिए राज्य की मेडिकल टीम CMO, CO गांव में पहुंचे.

25-30 लोगों के नाखून खराब हो गए
बोंडगांव के सरपंच राजन बनसोडे ने बताया कि अब तक 25-30 लोगों के नाखून खराब होकर गिरे हैं. इनमें से ज्यादातर मरीज ऐसे हैं, जिन्हें पहले बाल झड़ने की समस्या हुई थी और अब उनके नाखुन भी झड़ रहे हैं. वहीं कुछ मरीज ऐसे भी है, जिन्हें पहले बाल झड़ने की समस्या नहीं हुई, लेकिन नाखुन निकल रहे हैं. जिस कारण लोगों में डर का माहौल है, सरकार इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रही है. अभी तक ICMR की जांच रिपोर्ट भी नहीं सामने आई है.

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