कानपुर में बुजुर्ग महिला की मौत के बाद कुत्ते को वापस मांगा, नगर निगम से संपर्क किया
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पालतू जर्मन शेफर्ड डॉग के हमले से बुजुर्ग महिला की मौत मामले में परिजनों ने कुत्ते की गलती नहीं मानी है. उन्होंने नगर निगम से कुत्ते को वापस मांगा है. इसके लिए परिजनों ने कानपुर नगर निगम से संपर्क किया है. मृतक बुजुर्ग महिला के पोते का कहना है कि उनकी दादी की मौत कुत्ते के काटने से नहीं, बल्कि सदमे से हुई है. हालांकि, कुत्ते के हमले में बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से घायल हुई थीं. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. इस मामले में परिजनों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई थी.
परिजनों ने नगर निगम में संपर्क करके अपना कुत्ता वापस मांगा है. परिवार में सदस्य धीर त्रिवेदी का कहना है कि उनकी दादी ने छड़ी से कुत्ते के सिर पर मारा, इस वजह से कुत्ते ने दादी पर हमला कर दिया. उनका कहना है कि दादी की मौत कुत्ते के काटने से नहीं बल्कि सदमे की वजह से हुई है. कुत्ता अभी भी नगर निगम के कब्जे में है. जानकारी के अनुसार, कुत्ता उसके मालिक को वापस कर दिया जाएगा. कुत्ते ने किसी बाहर वाले को नहीं काटा है, उसका पंजीकरण भी है और कोई शिकायत भी नहीं है.
होली वाले दिन हुई घटना
कानपुर के विकास नगर में होली वाले दिन एक दर्दनाक घटना हुई थी, जहां एक पालतू जर्मन शेफर्ड ने अपनी 90 वर्षीय मालकिन पर हमला कर उनकी जान ले ली. होली वाले दिन मोहनी देवी घर के आंगन में थीं. उनके यहां जर्मन शेफर्ड ब्रीड का कुत्ता रॉबर्ट पला हुआ था. किसी बात पर उन्होंने अपने कुत्ते को सिर पर छड़ी से मार दिया, जिसके बाद कुत्ते ने उनके ऊपर हमला कर दिया. कुत्ते ने बेदर्दी से बुजुर्ग महिला को इतना काटा कि उनकी मौत हो गई. घटना के समय महिला की बहू और पोता धीर त्रिवेदी घर पर थे. दोनों के पैर में फ्रैक्चर की वजह से प्लास्टर बंधा था, इसलिए वो उठकर उन्हें बचा नहीं पाए.
वापस मांगा डॉग
घटना की जानकारी होने पर नगर निगम की टीम कुत्ते को अपने साथ ले गई थी. अब धीर त्रिवेदी ने नगर निगम के अधिकारियों को हलफनामा देकर अपना कुत्ता वापस मांगा है. उन्होंने कहा है कि रॉबर्ट तो जानवर है, उनकी दादी ने उसके सिर पर छड़ी से मार दिया था. इस वजह से उसने दादी पर हमला कर दिया. नगर निगम से कुत्ता वापस मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. निगम ने जांच में पाया है कि कुत्ते ने किसी बाहरी व्यक्ति पर कभी हमला नहीं किया और उसका रजिस्ट्रेशन भी निगम में हो रखा है.
कैसे हुई दादी की मौत?
धीर के अनुसार, कुत्ते के हमले की वजह से उनकी दादी की मौत नहीं हुई है, बल्कि उनकी दादी को हाई बीपी और दिल की बीमारी पहले से थी. जब कुत्ते ने उनके ऊपर अचानक हमला करके काट लिया तो सदमे से दादी की मौत हो गई. इधर, इस मामले में कोई तहरीर या शिकायत नहीं मिलने की वजह से पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की है. इसी वजह से मृतका का पोस्टमार्टम भी नहीं हुआ था.