शाह से विजयवर्गीय की मुलाकात के बाद सीएम हाउस में बीजेपी की हाई लेवल मीटिंग, एजेंडा क्या?
भोपाल: दिल्ली में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की केन्द्रीय मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात के ऐन बाद मुख्यमंत्री निवास में आज हाईलेवल मीटिंग बुलाई गई. जानकारी के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश की मौजूदगी में सरकार और संगठन में समन्वय के मद्देनजर ये बैठक बुलाई थी. माना जा रहा है कि मोहन सरकार में लंबे समय से लंबित निगम मंडलों में नियुक्तियों और प्रदेश की नई कार्यकारिणी को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई है.
सत्ता और संगठन की पटरी बिठाने अब इस तरह की बैठकें नियमित तौर पर होंगी. इस बैठक में जो चुनिंदा चेहरे शामिल थे उसे मध्य प्रदेश में पार्टी की पॉवर टीम कहा जा सकता है. बताया जाता है कि अब सत्ता संगठन से जुड़े फैसलों में इस पॉवर टोली की भूमिका रहेगी.
सीएम हाउस में पॉवर टोली की हाई प्रोफाइल मीटिंग, एजेंडा क्या था
जिस समय पूरे प्रदेश में बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सेवा पखवाड़े के उपलक्ष्य में आयोजन शुरू किए हैं. उसी दौरान शनिवार को सीएम हाउस में पार्टी की अहम बैठक बुलाई गई. पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश की मौजूदगी में हुई बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अलावा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, दोनों डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा के अलावा प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय और राकेश सिंह जैसे तीन सीनियर मंत्रियों की मौजूदगी खास थी.
माना जा रहा है कि पार्टी में निगम मंडलों में नियुक्तियों के साथ प्रदेश कार्यकारिणी के गठन को लेकर इस बैठक में चर्चा हुई है. जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों जिस तरह से पार्टी के विधायकों की अफसरों से तनातनी के मामले सामने आए हैं, उनकी रोकथाम पर भी चर्चा हुई. बीजेपी विधायक सुरेन्द्र पटवा महिला पुलिस अफसर के खिलाफ सड़क पर धरना दे चुके हैं. उनके बाद चाचौड़ा से बीजेपी की महिला विधायक प्रियंका पेंची ये आरोप लगा चुकी हैं कि गुना के एसपी अंकित सोनी महिला होने की वजह से उन्हे मानसिक रुप से प्रताड़ित करते रहे हैं. हाल का मामला भिंड का है जहां कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और नरेन्द्र कुशवाहा के बीच तनातनी हुई थी.
शाह से कैलाश की मुलाकात के बाद बैठक खास
सियासी गलियारों में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह से मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद इस बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं. मोहन सरकार की कैबिनेट बैठक को लेकर लंबे समय तक ये कहा जा रहा था कि पार्टी के तमाम दिग्गज मंत्रियों ने, जिसमें कैलाश विजयवर्गीय का नाम सबसे ऊपर था मीटिंग से दूरी बना ली थी.
सीएम मुख्यालय में हुई इस बैठक को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि आज भोपाल में मुख्यमंत्री निवास में आयोजित बैठक में प्रतिभाग कर अपने विचार साझा किए. इस अवसर पर प्रदेश सरकार एवं संगठन के आगामी कार्यक्रमों- सेवा पखवाड़ा, आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान, जीएसटी रिफॉर्म एवं संगठनात्मक गतिविधियों के संदर्भ में मंथन किया.
सवाल ये है कि केन्द्रीय मंत्री शाह से कैलाश विजयवर्गीय की हुई मुलाकात के बाद हुई ये बैठक क्या संदेश दे रही है. वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश भटनागर का कहना है कि कैलाश विजयवर्गीय की वैसे भी अमित शाह से व्यक्तिगत संबंध हैं. इसे इस तरह से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. लेकिन मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में जो चेहरे शामिल थे. इससे यह वाकई पॉवरफुल मीटिंग कही जाएगी. सारे वही चेहरे थे. और ये संभव है कि लंबे समय से लंबित निगम मंडलों में नियुक्तियों के साथ प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर जो मामला फंसा हुआ है उसमें अब गति आए.
जिले से प्रदेश तक कोर कमेटी पर होगा जोर
मध्य प्रदेश बीजेपी में समन्वय के लिए अब जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक कोर कमेटियों पर पूरा जोर रहेगा. इसे लेकर बीते दिनों सीएम मुख्यालय में हुई बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय सह-संगठन मंहामंत्री शिवप्रकाश ने गाइडलाइन भी जारी की थी. साथ ही प्रभारी मंत्रियों को ये ताकीद की थी कि पहले वे कार्यकर्ताओं से संवाद करें उसके बाद ही प्रशासनिक अधिकारियों से संवाद होगा. जिससे कार्यकर्ताओं की जमीनी दिक्कतें सामने आ सकें. प्रभारी मंत्रियों को प्रवास करने और प्रभावी बनाने को लेकर भी उन्होंने टिप्स दिए थे और ये भी कहा था कि मंत्रियों के प्रवास की मॉनिटरिंग भी होगी.