AIIMS के शिलान्यास में मोदी LIVE

PM बोले- कोरोना वैक्सीन की तैयारी आखिरी फेज में, नया साल इलाज की उम्मीद लेकर आ रहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) की आधारशिला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रखी। मोदी ने कहा कि 2020 ने हमें सिखाया कि स्वास्थ्य ही संपदा है। यह पूरा साल चुनौतियों भरा रहा। कोरोना वैक्सीन की तैयारी अब आखिरी फेज में है। नया साल इलाज की उम्मीद लेकर आ रहा है।

मोदी के भाषण की अहम बातें

हेल्थ वर्कर्स को याद करने का दिन
मोदी ने कहा कि 2020 को नई हेल्थ फैसिलिटी के साथ विदाई देना चुनौतियों को दर्शाता रहा है। ये साल दुनिया में अभूतपूर्व चुनौतियों को दिखाता है। इस साल साबित हुआ कि स्वास्थ्य से बड़ा कुछ भी नहीं। स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन ही नहीं, पूरा सामाजिक दायरा उसकी लपेट में आ जाता है। साल का अंतिम दिन डॉक्टर, दवा दुकानों में काम करने वाले, स्वास्थ्यकर्मियों को याद करने का है, जो अपने जीवन को लगातार दांव पर लगातार दूसरों के लिए काम कर रहे हैं।

मुश्किल भरे साल ने एकजुटता की अहमियत बताई
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश उन साथियों, वैज्ञानिकों, कर्मचारियों को भी बार-बार याद कर रहा है जो कोरोना को देखते हुए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में जुटे रहे। आज का दिन उन सबकी सराहना का है जिन्होंने गरीब तक सभी सुविधाएं पहुंचाने का काम किया। समाज की संगठित ताकत, उसकी संवेदनशीलता का ही नतीजा है कि गरीब को भी किसी ने रात में भूखा नहीं सोने दिया। मुश्किल भरे साल ने दिखाया कि एकजुटता से बड़ी से बड़ी मुश्किल हल की जा सकती है।

2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा
भारत में 1 करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं। दुनिया के देशों से भारत का रिकॉर्ड कहीं बेहतर रहा। 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे, यह सब साल की पहचान बन गए। 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है। भारत में वैक्सीन की हर जरूरी तैयारी चल रही है। वैक्सीन हर घर तक पहुंचे, इसकी कोशिशें अंतिम चरण में हैं। मुझे विश्वास है कि बीते साल हमने संक्रमण रोकने के लिए जिस तरह प्रयास किए, टीकाकरण के लिए भी पूरा देश आगे बढ़ेगा।

10 नए एम्स पर काम शुरू कर चुके
जिस तरह से गुजरात में इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार हुआ है, उससे राज्य को कोरोना से निपटने में आसानी हुई है। हमने देखा है कि जहां बड़ा अस्पताल होता है, वहां एक शहर ही बस जाता है। बीते 6 साल में इलाज को लेकर जिस स्केल पर काम हुआ है, उसका लाभ गुजरात को भी मिल रहा है। आजादी के इतने दशकों के बाद भी केवल 6 एम्स बन पाए। अटल सरकार ने 2003 में 6 नए एम्स बनवाए। हम 10 नए एम्स बनाने पर काम शुरू कर चुके हैं।

हेल्थ, वेलनेस सेंटर से गरीबों को फायदा
2014 से पहले हमारा हेल्थ सेक्टर अलग-अलग अप्रोच के साथ काम कर रहा था। गांवों में न के बराबर सुविधाएं थीं। हमने प्रिवेंटिव केयर पर जोर दिया। गरीब के इलाज का खर्च कम किया, डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ाई। दूरदराज के इलाकों में हेल्थ और वेलनेस सेंटर बनाने पर काम चल रहा है। 5 हजार तो गुजरात में ही हैं। इस योजना से गरीबों को 5 लाख तक मुफ्त इलाज मिला।

750 बेड वाले AIIMS पर 1195 करोड़ खर्च होंगे
राजकोट AIIMS के लिए सरकार ने 201 एकड़ जमीन की मंजूरी दी है। इसे बनाने में 1195 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। 2022 के मध्य तक इसके पूरे होने की उम्मीद है। 750 बेड वाले AIIMS में 30 बेड वाला आयुष ब्लॉक भी होगा। इसमें 125 MBBS की सीटें और 60 नर्सिंग सीटें होंगी।

 

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