बिहार चुनाव को लेकर अमित शाह की बड़ी बैठक आज
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। यह बैठक 3 सितंबर यानी आज को होगी, जिसमें बिहार के दोनों उपमुख्यमंत्रियों सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा सहित कई वरिष्ठ नेता मिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य चुनावी रणनीति, सीट बंटवारे और विपक्ष की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का जवाब तैयार करना है, नीतीश कुमार की कथित नाराजगी और NDA गठबंधन की एकता को मजबूत करने पर भी चर्चा होने की संभावना है।
चुनावी रणनीति पर शाह हुए फोकस
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के लिए 3 सितंबर को दिल्ली में एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े और सह-प्रभारी दीपक प्रकाश सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगें।आज की इस अहम बैठक में बीजेपी के विधायकों के प्रदर्शन का रिपोर्ट कार्ड पेश किया जाएगा और स्थानीय स्तर पर उनके प्रति जनता की राय पर विचार-विमर्श होगा। इसके अलावा, विपक्ष के ‘वोट चोरी’ जैसे मुद्दों का जवाब देने के लिए सनातन जैसे भावनात्मक मुद्दों को उठाने की रणनीति पर भी चर्चा हो सकती है।
नीतीश की भूमिका
बिहार में NDA गठबंधन की एकता को प्रदर्शित करना इस बैठक का एक प्रमुख उद्देश्य है। हाल ही में नीतीश कुमार की नाराजगी की खबरों के बीच, अमित शाह इस बैठक के जरिए गठबंधन के अंदरूनी मतभेदों को दूर करने की कोशिश कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार के नेतृत्व को मजबूती देने और गठबंधन की एकजुटता का संदेश देने पर जोर दिया जाएगा। इसके अलावा, शाह बिहार में गैर-पारंपरिक बीजेपी वोटरों को लुभाने के लिए ‘महाराष्ट्र मॉडल’ को लागू करने की सलाह दे सकते हैं, जैसा कि उन्होंने अपने पिछले बिहार दौरे में सुझाया था।
सीट बंटवारे पर मंथन
बिहार विधानसभा चुनाव में NDA के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर भी चर्चा होगी। सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 20 से अधिक सीटें मिलने की संभावना कम है, जबकि जीतन राम मांझी की HUM और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को 10-10 सीटें दी जा सकती हैं। सीट बंटवारे पर सहमति बनाने के लिए शाह विभिन्न नेताओं से फीडबैक लेंगे और औपचारिक ऐलान से पहले रणनीति को अंतिम रूप दे सकते हैं।
वोटर अधिकार यात्रा का जवाब
विपक्षी गठबंधन, खासकर RJD और कांग्रेस, ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के जरिए बीजेपी पर हमलावर है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की सक्रियता से विपक्ष अपनी जमीन मजबूत करने में जुटा है। इस बैठक में बीजेपी विपक्ष के इस नैरेटिव को काटने और बूथ-स्तर पर संगठन को मजबूत करने की रणनीति पर काम करेगी। इसके लिए डिजिटल कैंपेन, प्रचार रथ और जनसभाओं के जरिए मतदाताओं को लुभाने की योजना बनाई जा सकती है।
पीएम मोदी का बिहार दौरा
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी बिहार दौरे जो 17 सितंबर को होनी है, उसकी तैयारियों पर भी चर्चा होगी। जिसमें वे कई परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे. इसे चुनावी माहौल को गरमाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा, बीजेपी ने अपने विधायकों के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का आकलन करने के लिए सर्वे रिपोर्ट तैयार की है, जिस पर भी इस बैठक में विचार-विमर्श होगा।
बिहार बंद का ऐलान
NDA ने 4 सितंबर को बिहार बंद का ऐलान किया है, जिसका उद्देश्य विपक्ष के मुद्दों को कमजोर करना और जनता के बीच अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है। इस बंद के सियासी प्रभाव पर भी बैठक में विचार हो सकता है।