छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में एक और खुलासा, सिंडिकेट में शामिल कारोबारी गिरफ्तार

रायपुरः छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित करोड़ों के शराब घोटाले में एसीबी और ईओडब्ल्यू बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने होटल कारोबारी नितेश पुरोहित और उसके बेटे यश से पूछताछ के लिए 7 दिन की रिमांड पर लिया है। दोनों को 25 सितंबर के दिन कोर्ट में पेश किया जाएगा। शराब घोटाले मामले में शुक्रवार को यह कार्रवाई की गई है।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य की जांच एजेंसी ने बताया कि इससे पहले गुरुवार के दिन आबकारी विभाग के पूर्व आयुक्त निरंजन दास को भी गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि मार्च 2024 से तीनों फरार चल रहे थे।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश थे बचे
इन तीनों आरोपियों के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने क्रमशः सितंबर 2024 और दिसंबर 2024 में गैर दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने का आदेश दिया था। इसके बाद ब्यूरो के नोटिस पर आरोपी उपस्थित तो हुए लेकिन मामले में किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं किया। लेकिन 17 सितंबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी पर लगी रोक हटा ली। इसके बाद गिरफ्तार कर विशेष अदालत में पेश किया गया। अदालत ने सभी को 25 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा है।

शराब घोटाले सिंडिकेट के मेन मेंबर
अधिकारियों ने बताया कि होटल व्यवसायी आरोपी पिता-पुत्र सिंडिकेट के प्रमुख सदस्य थे। इनके द्वारा आबकारी घोटाले की अवैध राशि का संग्रहण, स्टोरेज और लोकसेवकों व अन्य आरोपियों तक वितरण का कार्य किया जाता था। वहीं, पूर्व आबकारी आयुक्त के दास के खिलाफ सिंडिकेट ऑपरेट करने में अहम रोल निभाने का आरोप है। घोटाले से उन्हें हर महीने 50 लाख रुपए मिलते थे।

भूपेश सरकार में करोड़ों का घोटाला
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार, 2500 करोड़ रुपये से अधिक का शराब घोटाला 2019 और 2022 के बीच हुआ था। यह घोटाला उस समय हुआ था, जब छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। ईडी इस घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग वाले हिस्से की जांच कर रही है।

एसीबी-ईओडब्ल्यू ने पिछले साल 17 जनवरी को कथित शराब घोटाले में एक एफआईआर दर्ज की थी। साथ ही पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड सहित 70 व्यक्तियों और कंपनियों को नामजद किया था। इस मामले में लगातार कार्रवाई जारी है। कुछ दिनों पहले शराब घोटाले में बिग बॉस के रुप में भूपेश बघेल के बेटे लेकर बड़ा खुलासा हुआ था।

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