अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी में 5 विकेट लेकर रचा इतिहास, गोवा के लिए किया शानदार प्रदर्शन
अर्जुन तेंदुलकर ने रणजी ट्रॉफी में तहलका मचा दिया है. उन्होंने गोवा के लिए खेलते हुए अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ धमाकेदार प्रदर्शन किया और धारदार गेंदबाजी से अकेले पूरी बैटिंग लाइन अप को ध्वस्त कर दिया. दरअसल, भारत के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन ने बुधवार 13 नवंबर को शुरू हुए रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में 9 ओवर में 25 रन देकर 5 विकेट चटकाए. अपना 17वां फर्स्ट क्लास मैच खेल रहे हैं अर्जुन ने पहली बार रणजी ट्रॉफी के मैच की किसी पारी में 5 विकेट हॉल लेने का कारनामा किया है. इस प्रदर्शन के दम पर गोवा ने अरुणाचल प्रदेश को सिर्फ 84 रन पर ढेर कर दिया.
गोवा में गेंद से लगाई ‘आग’
रणजी ट्रॉफी में 5वें दौर का खेल शुरू हो चुका है. बुधवार 13 नवंबर को गोवा और अरुणाचल प्रदेश के बीच मुकाबला शुरू हुआ. गोवा क्रिकेट एसोसिएशन के मैदान पर खेले जा रहे इस मैच में अरुणाचल प्रदेश ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया. लेकिन अर्जुन तेंदुलकर ने ऐसा कहर बरपाया कि कोई भी बल्लेबाज टिक नहीं पाया. उन्होंने दूसरे ही ओवर में ओपनर नीबम हचांग को बोल्ड करके अरुणाचल प्रदेश को 8 रन के स्कोर पर ही पहला झटका दे दिया.
कुछ देर बाद फिर से उन्होंने नीलम ओबी को बोल्ड और जय भावसर को LBW के जरिए अपना शिकार बनाया. इसके बाद चिन्मय पाटिल को कैच आउट और मोजी एटे को बोल्ड करके अपना 5वां विकेट हासिल किया. इस तरह अर्जुन ने सिर्फ 36 के स्कोर पर शुरू के सभी 5 बल्लेबाजों को बाहर का रास्ता दिखा अरुणाचल प्रदेश की टीम को अकेले ध्वस्त कर दिया. उनके कहर से टीम उबर नहीं पाई और पहली पारी में केवल 84 रन बना सकी.
अर्जुन ने इसके पहले 16 फर्स्ट क्लास मुकाबले खेले हैं, जिसमें 32 विकेट उनके नाम हैं. इस दौरान 49 रन देकर 4 विकेट चटकाना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. अर्जुन बल्लेबाजी में भी भी योगदान देते हैं. उन्होंने 16 मैचों में 23 की औसत से 531 रन बनाए हैं, जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल है.
चौथे राउंड में ऐसा रहा था प्रदर्शन
चौथे राउंड में गोवा का मुकाबला मिजोरम के खिलाफ था. इस मुकाबले में गोवा ने पहली पारी में 9 विकेट के नुकसान पर 555 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी. इस दौरान अर्जुन बल्ले से कोई योगदान नहीं कर पाए थे. वह बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे. वहीं गेंदबाजी में पहली पारी में 2 विकेट चटकाए थे, जबकि दूसरी पारी में उन्हें 4 ओवर फेंकने का मौका मिला, जिसमें वह कोई विकेट नहीं ले सके थे.