जन्मदिन पर बाबा बागेश्वर की खास ख्वाहिश, शादी को लेकर किया चौंकाने वाला खुलासा
छतरपुर : देश के जाने-माने कथावाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने जातिवाद का जहर घोलकर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले नेताओं को जमकर नसीहत दी. उनका कहना है "इस देश में बड़ी विडंबना है कि दारू सस्ती और दवाएं महंगी हैं. इन दिनों देश में ना तो विकास की बात हो रही, ना शिक्षा की. कोई भी राजनीतिक दल न तो नौकरी की बात कर रहा और न ही स्वास्थ्य सुविधाओं पर. सिर्फ हिन्दू से हिन्दू को लड़ाने में लगे हैं, ताकि ये समाज कमजोर हो."
सियासत के लिए जातिवाद, इससे पूरे देश को नुकसान
बता दें कि पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री लंबी विदेश यात्रा के बाद छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम पहुंच चुके हैं. वह धाम पर होने वाले आयोजन को लेकर तैयारी में व्यस्त हैं. ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा "देश मे जातिवाद का जहर लगातार फैलाया जा रहा है. जातिवाद देश को खोखला कर रहा है. अगर इसको बचना है तो राष्ट्रवाद की ओर चलना होगा. सबसे बड़ा कैंसर रोग हो गया है जातिवाद, भाषावाद, क्ष्रेत्रवाद. इसलिए भारत का विकास रुक रहा है."
हिन्दू से हिन्दू को लड़ाने के पीछे बड़ी साजिश
उनका कहना है "कुछ लोग हिन्दू से हिन्दू को लड़ाने की साजिशें रच रहे हैं ताकि हिन्दू कमजोर हो जाये तो विदेशी ताकतों का बल बढ़ जाये. जातिवाद फैलाने से नेताओं को लाभ होता है जबकि समर्थकों का एक प्रतिशत भी लाभ नहीं होता. इसलिए भारत भव्य नहीं बन पा रहा है. भारत भव्य तभी बनेगा, जब जातिवाद से उठकर राष्ट्रवाद होगा. अन्य समाज की जातियों में भेद नहीं होता. मुस्लिम में भी सिया, सुन्नी, पठान सहित कई जातियां हैं लेकिन उनके मजहब पर बात आती तो वह सिर्फ मुसलमान हैं. यही बात ईसाइयों में भी है. विदेशी ताकतें भारत को गजबाई हिन्द बनाना चाहती हैं. कई लोगों को सेक्युलिरिज्म का कीड़ा काटता है. वह इसको बढ़ावा देते हैं."
इटावा की घटना में दो भाइयों को लड़वा दिया
बाबा बागेश्वर ने इटावा की घटना को लेकर कहा "दो भाइयों को आपस मे लड़वा दिया. दोनों हमारे हैं. जो घटना हुई, वह निंदनीय है. सनातन कहता है हरि को भजै तो हरि को होई, जातपात पूछे ना कोई. जातिवाद करना घोर निंदनीय है. किसी की शिखा चोटी काटी जाए तो निंदनीय है, लेकिन उस पर राजनीति होना भी घोर निंदनीय है. एक पिता की चार संतानें हैं, उसको चारों प्रिय होती हैं."
प्रधानमंत्री मोदी हमको भाई मानते हैं, ये मेरा सौभाग्य
बाबा बागेश्वर ने प्रधानमंत्री के करीबी होने के मामले में कहा "प्रधानमंत्री सबके हैं. 140 करोड़ लोगों के प्रधानमंत्री हैं तो हमारे भी प्रधानमंत्री हैं. हमारा सौभाग्य है कि हमको भाई वाला प्रेम मिला. उनके विशाल हृदय के कारण हमको भाई जैसे प्रेम मिला है. अगर हम किसी पार्टी के हो जाएंगे तो हिंदुत्व का काम नहीं कर पाएंगे. हिन्दू एक पार्टी का नहीं, सभी पार्टियों में हिन्दू हैं."
अपनी शादी को लेकर क्या बोले बाबा बागेश्वर
अपनी शादी पर पं. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा "माता-पिता, गुरु तो चाहते हैं कि शादी हो जाये, लेकिन हमारा जीवन सनातन, हिंदुत्व के लिए है. फिर भगवान की इच्छा." इसके साथ ही उन्होंने कहा "4 जुलाई को मेरा जन्म दिन है. जिसको लेकर धाम पर विशेष तैयारी चल रही है. अगर कोई मुझे गिफ्ट देना चाहता है तो एक-एक ईंट लेकर आए. उसको हम कैंसर हॉस्पिटल बनाने में लगा देंगे. एक-एक कमरे बनाने में भक्तों की ईंट लग जायेगी."
बागेश्वर धाम में 29वें जन्मदिवस की भव्य तैयारियां
गौरतलब है कि 4 जुलाई 1996 को छतरपुर के गढ़ा गांव में पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जन्म हुआ था. कम उम्र में ही देश-दुनिया दुनिया में उनकी ख्याति फैल गई. बाबा बागेश्वर 4 जुलाई को अपना 29वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं. बागेश्वर धाम पर उनके जन्मोत्सव के लिए भव्य तैयारियां चल रही हैं. कथा के लिए विशाल पंडाल निर्मित किया गया है, जहां वह 4 जुलाई को दिनभर अपने शिष्यों के साथ समय बिताएंगे. पूरे धाम पर आकर्षक लाइटिंग और सजावट की जा रही है. बागेश्वर बालाजी का मंदिर भी विशेष स्वरूप से सजाया जा रहा है.
पं.धीरेंद्र शास्त्री 12 जुलाई तक बागेश्वर धाम में ही रहेंगे
बागेश्वर धाम पर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री 3 जुलाई तक बालाजी का दिव्य दरबार लगाएंगे. 4 जुलाई को बागेश्वर महाराज का जन्मोत्सव मनाया जाएगा. दरअसल, लगभग 1 महीने के बाद बाबा धीरेन्द्र शास्त्री बागेश्वर धाम पहुंचे. उनके पहुंचने के पहले ही यहां देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया है. बागेश्वर महाराज को 12 जुलाई तक धाम पर ही रहेंगे. इसके बाद एक बार फिर विदेश यात्रा पर जाएंगे. वहीं, 7 नवंबर से 16 नवंबर 16 तक दिल्ली से वृंदावन तक पैदल यात्रा करेंगे.