BHU में फिर से बिगड़ा माहौल, पूरे कैंपस में कर्फ्यू सा नजारा, वाराणसी के सभी विवि.बंद

बीएचयू में छात्रा के साथ छेड़खानी के विरोध में बीएचयू में शनिवार को हुए बवाल का तनाव रविवार को भी दिखा। रविवार को परिसर में शांति मार्च निकाल रहे छात्र-छात्राओं को वीसी लॉज के पास सुरक्षा बलों ने लाठी लेकर खदेड़ दिया। फिलहाल पूरे कैंपस में कर्फ्यू से नजारा है।
तीन एएसपी, छह सीओ, 15 थानेदार, डेढ़ सौ दरोगा, पांच कंपनी पीएसी और एक हजार अतिरिक्त पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है। शनिवार देर रात बीएचयू में दो अक्तूबर तक का अवकाश घोषित कर दिया गया था, जबकि डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने काशी विद्यापीठ, संपूर्णनंद संस्कृत विश्वविद्यालय और इससे संबद्ध सभी महाविद्यालय सोमवार से बंद करने का निर्देश दिया गया है।

दोनों विश्वविद्यालय और संबंधित कॉलेज अगले आदेश तक बंद रहेंगे। मंडलायुक्त नितिन रमेश गोकर्ण ने पूरे मामले की प्रारंभिक रिपोर्ट पीएमओ और सीएम ऑफिस भेज दी है।

 इस बीच परिसर में आगजनी, पथराव और बमबाजी के आरोप में एक हजार अज्ञात छात्र-छात्राओं के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। सैकड़ों छात्राओं ने महिला महाविद्यालय का हॉस्टल खाली कर दिया है।

उधर, छात्र-छात्राओं और पत्रकारों पर लाठीचार्ज के विरोध में रविवार को बीएचयू आ रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर और राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया सहित 70 लोगों को पुलिस ने गिलट बाजार से हिरासत में लिया।

विरोध में कांग्रेसी गिलट बाजार चौराहे पर धरने पर बैठ गए। डेढ़ घंटे बाद पुलिस ने सभी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया। वहीं शनिवार की घटना के बारे में पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए सात छात्रों को लंका थाने में बिठाया गया है।

शाम को डीएम-एसएसपी ने फोर्स के साथ परिसर में रूट मार्च निकाला। परिसर में सुरक्षाबलों का सख्त पहरा है।आसपास के जिलों से पुलिस और पीएसी बुला ली गई है।

अफसर का निर्देश मिलते ही लाठी लेकर दौड़ पड़े जवान

लाठीचार्ज, आगजनी, पथराव, बमबाजी के दूसरे दिन रविवार की सुबह नौ बजे कुंदन देवी छात्रावास से सैकड़ों छात्र-छात्राएं शांति मार्च निकाल रहे थे। सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें इंटरनेशनल हॉस्टल के पास रोकने का प्रयास किया लेकिन कुछ देर नोंकझोंक के बाद छात्र आगे बढ़ने लगे।

वीसी लॉज के पास चौराहे पर उन्हें आता देख पहले सुरक्षा कर्मियों ने बैरीकेडिंग कर रास्ता रोक दिया। इसके बाद छात्र वहीं शांतिपूर्ण तरीके से बैठे गए। इस बीच बि़ड़ला छात्रावास की तरफ से आ रहे एसपी सिटी दिनेश सिंह भारी संख्या में पीएसी, पुलिस जवानों संग आए और छात्रों को वहां से खदेड़ने का निर्देश दिया।

बस, क्या था आला अफसर का निर्देश मिलते ही पुलिस, पीएसी के जवानों ने छात्र-छात्राओं को लाठी लेकर दौड़ा दिया, इसमें कुछ छात्राएं वहां गिर पड़ीं। मौके पर विज्ञान संकाय के चार छात्रों को पकड़ लिया गया, जिसका विरोध करने पर बाद में उन्हें छोड़ना पड़ा।

उधर पुलिस के इस कृत्य के विरोध में बिरला चौराहे पर छात्र धरने पर बैठ गए और शनिवार को छात्राओं पर लाठीचार्ज, छात्रों की पिटाई आदि के विरोध में नारेबाजी करने लगे।

हिरासत में लिए गए छात्रों को छुड़ाने के लिए रविवार की सुबह और शाम उनके साथियों ने लंका थाने का घेराव किया लेकिन पुलिस ने सभी को तितर-बितर कर दिया। इस दौरान छात्रों ने लंका थाने पर जमकर नारेबाजी और पुलिस से नोकझोंक भी की।

एक हजार छात्र-छात्राओं पर मुकदमा, सात हिरासत में

बीएचयू परिसर और लंका में तोड़फोड़, आगजनी, पथराव, बम फेंकने और माहौल बिगाड़ने के आरोप में रविवार को एक हजार अज्ञात छात्र-छात्राओं के खिलाफ लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। यह कार्रवाई लंका थानाध्यक्ष राजीव सिंह की तहरीर पर की गई।

बीएचयू प्रशासन की ओर से भी उपद्रवियों के खिलाफ लंका थाने में तहरीर दी गई है। वहीं, पत्रकारों पर लाठी चार्ज के मामले में आलोक पांडेय की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ लंका थाने में मारपीट और लूटपाट का मुकदमा दर्ज किया गया है।

समूचे घटनाक्रम को लेकर सात छात्र हिरासत में लिए गए हैं। भड़काऊ वीडियो और तस्वीरें शेयर करने के आरोप में फेसबुक पेज ‘बीएचयू बज’ के खिलाफ भी आईटी एक्ट के तहत लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

छेड़खानी के विरोध में बीएचयू गेट पर प्रदर्शन कर रही छात्राओं और उनके समर्थन में एकत्र छात्रों पर शनिवार की रात वीसी आवास और महिला महिला महाविद्यालय के सामने प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों और फिर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।

इसके विरोध में छात्रों ने बिड़ला चौराहे से वीसी आवास और बीएचयू गेट तक पथराव किया था। इस दौरान छह बाइक, एक ट्रैक्टर और होर्डिंग फूंक दी थी। लंका चौराहा स्थित पुलिस पिकेट में आग लगा दी थी। पथराव में 13 पुलिसकर्मी और इतने ही छात्र-छात्राओं को चोट आई।

हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने दो दर्जन से ज्यादा राउंड हवाई फायरिंग की। आंसू गैस के गोले छोड़े। किसी तरह रात ढाई बजे स्थिति नियंत्रित हुई। एहतियातन रविवार को भी बीएचयू परिसर छावनी में तब्दील नजर आया। तीन एएसपी, छह सीओ, 15 थानेदार, डेढ़ सौ दरोगा, पांच कंपनी पीएसी, सीआरपीएफ और एक हजार अतिरिक्त महिला-पुरुष पुलिसकर्मी तैनात हैं।

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