बिहार चुनाव में बगावत पर बीजेपी की बड़ी कार्रवाई, 4 नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित

बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पार्टी से बगावत करके विधानसभा चुनाव लड़ने वाले चार नेताओं को 6 साल के लिए निकाल दिया है. पार्टी ने यह कदम उन नेताओं के खिलाफ उठाया है, जिन्होंने एनडीए गठबंधन के उम्मीदवारों के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ने का फैसला किया. बीजेपी ने इसे पार्टी विरोधी गतिविधियां बताते हुए चारों नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
जिन चार नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया गया है, उनमें बहादुरगंज से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले वरुण सिंह शामिल हैं. इसके अलावा, गोपालगंज से चुनाव लड़ रहे अनूप कुमार श्रीवास्तव भी निष्कासित किए गए हैं.बीजेपी ने कहलगांव से चुनाव लड़ने वाले विधायक पवन यादव को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है. पवन यादव पर पार्टी के फैसले का उल्लंघन करने का आरोप है. बड़हरा से चुनाव लड़ने वाले सूर्य भान सिंह को भी पार्टी से 6 साल के लिए बाहर कर दिया गया है.
पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं पर खास नजर
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक पार्टियां अब पूरे दमखम से साथ मैदान में उतर चुकी हैं. पार्टियों की नजर उन नेताओं पर भी है जो टिकट पाने के लिए जुटे हुए थे लेकिन उन्हें नहीं मिला. ऐसे में अब कुछ नेता बाहर से पार्टी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं, लेकिन अंदर ही अंदर वो पार्टी विरोधी गतिविधियों में भी शामिल पाए जा रहे हैं.
बीजेपी से पहले एनडीए में गठबंधन की सहयोगी जेडीयू ने भी अपने कई नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया था. 25 अक्टूबर को जेडीयू ने पूर्व मंत्री समेत 11 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. इसमें पूर्व मंत्री शैलेश कुमार भी शामिल थे. इन सभी नेताओं पर आरोप था कि ये चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए गए थे जिसके बाद पार्टी ने इन पर एक्शन लेते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया.
जेडीयू ने पूर्व मंत्री को कर दिया है बाहर
जेडीयू की ओर से जिन नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया गया उसमें शैलेश कुमार, संजय प्रसाद, श्याम बहादुर सिंह, रणविजय सिंह, सुदर्शन कुमार, अमर कुमार सिंह, आसमा परवीन, लब कुमार, आशा सुमन, दिव्यांशु भारद्वाज, विवेक शुक्ला शामिल थे.
इन नेताओं को निकालने के बाद जेडीयू ने रविवार को भी पांच नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया. नीतीश कुमार ने जिन पांच नेताओं को पार्टी से निकाला है, उनमें पूर्व मंत्री हिमराज सिंह, पूर्व विधायक गोपाल मंडल, पूर्व विधायक संजीव श्याम सिंह, महेश्वर यादव और उनके बेटे प्रभात के नाम शामिल हैं. इस तरह से देखें तो बिहार बीजेपी और जेडीयू की नजर सभी नेताओं की गतिविधियों पर है.
