बिहार में गेहूं के ड्रम से निकले नोटों के बंडल….

आरा। आयकर विभाग के छापे में नोटों के बरामद होने की घटना तो आपने सुनी-देखी और पढ़ी ही होगी। यहां बिहार में भी शुक्रवार को गेहूं के ड्रम से नोटों के बंडल निकलने का मामला सामने आया है। इस तरकीब को देखकर एक बार तो पुलिस कर्मी भी चौंक गए।

दरअसल, यह मामला भोजपुर जिले का है। भोजपुर पुलिस ने गुजरात के सूरत में स्थित एक बड़ी कपड़ों की दुकान से चोरी गए करीब 36 लाख रुपये में से करीब 27 लाख 50 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं।

इसके साथ ही मुख्य आरोपित बिट्टू कुमार को भी पकड़ा गया है। पुलिस ने धनगाई थाना क्षेत्र के दलीपपुर गांव में छापेमारी की तो उनके होश उड़ गए। घर में रखे अनाज (गेहूं) के ड्रम में मुख्य आरोपित बिट्टू ने सारे नोट छिपाकर रखे थे।

इससे पहले पुलिस ने उस गद्दे (बिछावन) से करीब 8 लाख रुपये बरामद किए, जिस पर मुख्य आरोपी का पिता सोया था।

इसका खुलासा शुक्रवार को भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने पुलिस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में किया।

उन्होंने ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपित दलीपपुर निवासी बिट्टू कुमार, उसके पिता सत्येन्द्र नारायण चौधरी के अलावा गांव के मृत्युंजय कुमार चौधरी को गिरफ्तार किया जा चुका है।

पकड़े गए मृत्युंजय के पास से चोरी का मोबाइल भी बरामद किया गया था। बरामद रुपयों और मोबाइल समेत आरोपितों को गुजरात पुलिस को सौंप दिया गया है।

चोरी हुए सारे रुपये बरामद हो गए हैं। दूसरी बार बरामद नोटों को प्लास्टिक के पॉलीथिन में लपेटकर ड्रम में रखा गया था।

यह है मामला

एसपी ने बताया कि 20 जून की शाम गुजरात पुलिस ने सूरत की एक बड़ी कपड़ों की दुकान से 36 लाख रुपये और मोबाइल चोरी के मामले में संपर्क किया था।

गुजरात पुलिस की सूचना पर जगदीशपुर डीएसपी राजीव चन्द्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया था। इस दौरान टीम ने मुख्य आरोपी बिट्टू कुमार के दलीपपुर गांव स्थित घर पर छापेमारी की थी।

छापेमारी के दौरान बिट्टू कुमार के पिता सत्येन्द्र नारायण चौधरी जिस बिछावन (बिस्तर) पर सोए थे, उसकी तलाशी ली गई थी। उसमें से 8 लाख रुपये बरामद हुए थे।

गद्दे से निकले थे पांच-पांच सौ के नोट

पूर्व में छापेमारी के दौरान बिस्तर के गद्दे के अंदर सिलाई कर छिपाए गए पांच-पांच सौ रुपये कुल सात लाख 94 हजार रुपये बरामद किए गए थे।

पुलिस ने मुख्य आरोपी बिट्टू कुमार के पिता सत्येन्द्र नारायण चौधरी को उसी दौरान गिरफ्तार कर लिया था।

आरोपित के पिता की निशानदेही पर चोरी के मोबाइल के साथ दलीपपुर निवासी मृत्युंजय चौधरी को धर दबोचा था।

टीम में धनगाई थानाध्यक्ष प्रदीप भास्कर के अलावा डीआइयू की टीम शामिल थी। गुजरात पुलिस भी पहुंच गई है।

बरामद हुए पांच-पांच सौ रुपये के नोटों के बंडल।

ट्रेन से चोरी के रुपये लेकर आया था आरोपित

पुलिस के अनुसार, 15 जून को सूरत स्थित पंकज भंडारी की कपड़ों की दुकान से रात में करीब 36 लाख रुपये नकद और मोबाइल चोरी कर लिया गया था।

16 जून को सलावतपुरा थाना में प्राथमिकी कराई गई थी। इधर, मुख्य आरोपित बिट्टू को जब गिरफ्तार किया गया तो उसने पहले पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया।

बाद में सख्ती दिखाने पर सारे राज खोल दिए। उसकी निशानदेही पर ही अनाज के ड्रम से 27 लाख 50 हजार रुपये बरामद किए गए।

पूछताछ में उसने बताया कि वह काम करने के लिए सूरत गया हुआ था। लालच में आकर उसने चोरी की घटना को अंजाम दिया।

इसके बाद बैग में रखे नोट लेकर ट्रेन से आरा आया था। इसके बाद बिछावन और अनाज के ड्रम में अलग-अलग जगहों पर चोरी के रुपये छिपा दिए थे, जिससे किसी को शक नहीं हो सके।

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