CAA के विरोध में कांग्रेस की ‘संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा’ आज, 5 दलों ने दिया समर्थन
भोपाल. नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Act) के विरोध में आज कांग्रेस का भोपाल में विशाल मार्च है. इसमें सीएम कमलनाथ शामिल होंगे. कांग्रेस (Congress) के प्रोटेस्ट मार्च (protest march) को अब गैर भाजपाई दलों का भी समर्थन मिल गया है. आज होने वाले इस प्रोटेस्ट मार्च में बीएसपी, कम्युनिस्ट पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, एनसीपी और लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी भी शा्मिल होगी.
एनआरसी (NRC) और सीएए (CAA) के विरोध में केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली कांग्रेस ने अब तक का सबसे बड़ा प्लान बनाया है. पहले भोपाल (Bhopal) और इसके आसपास के जिलों से लोगों को जुटाने का प्लान तैयार करने वाली कांग्रेस ने अब पूरे प्रदेश से मार्च में शामिल होने के लिए नेताओं को निर्देश जारी किए हैं. यह प्रोटेस्ट-मार्च दोपहर 12 बजे शुरू होगा.
सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी न्योता
गांधी टोपी पहनकर शांतिपूर्ण तरीके से होने वाले प्रोटेस्ट मार्च को व्यापक बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने सोशल एक्टिविस्ट्स को भी न्योता भेजा है. कानून के समर्थन में बीजेपी के पांच लाख लोगों तक पहुंचने के प्लान के उलट कांग्रेस की कोशिश है कि नागरिकता कानून को लेकर हो रहे विरोध में बड़ी आबादी को जोड़ा जाए. राजधानी भोपाल में होने वाले कांग्रेस के प्रोटेस्ट मार्च का नेतृत्व सीएम कमलनाथ करेंगे. सीएम के साथ ही पूरा मंत्रिमंडल और पार्टी कार्यकर्ता भी शामिल होंगे. कांग्रेस उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा है कि बीजेपी के नागरिकता संशोधन के विरोध में 25 दिसंबर को पीसीसी अध्यक्ष और सीएम कमलनाथ के नेतृत्व में ‘संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा’ निकाली जाएगी. इसमें कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और कई राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, पूर्व सैनिक, छात्र-छात्राएं शामिल होंगे. यात्रा के दौरान व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी सेवादल को दी गई है.
कांग्रेस के प्रोटेस्ट-मार्च को लेकर मंगलवार को दिनभर पीसीसी में बैठकों का दौर जारी रहा. क्रिसमस के दिन होने वाले कांग्रेस के प्रोटेस्ट-मार्च के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए नागरिकता कानून को लेकर कांग्रेस का मत रखेंगे. इससे पहले सीएम कमलनाथ दिल्ली में सोनिया गांधी के नेतृत्व में राजघाट पर हुए धरने में भी शामिल हुए थे. सीएम पहले ही कह चुके हैं कि बंटवारे वाले इस कानून को प्रदेश में लागू नहीं किया जाएगा. बहरहाल नागरिकता कानून को लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने है. लेकिन अब समर्थन और विरोध को लेकर छिड़ी सियासत जंग में दोनों दल एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में है. यही कारण है कि CAA के विरोध में कांग्रेस सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन करने जा रही है.