चतुर्भुजी फ्लाईओवर कर देगा ट्रैफिक की समस्या का समाधान, चारों तरफ हो जाएगी शानदार कनेक्टिविटी

सागर: मध्य प्रदेश के बीचों बीच बसे सागर शहर से लगभग हर दिशा में प्रमुख नेशनल हाइवे और सड़कें जुड़ी हुई हैं. नतीजा ये है कि सागर के उपनगर मकरोनिया में भारी ट्रैफिक दबाव के हालात बन रहे हैं. ऐसे में बाहर से आने वाले भारी और बडे़ वाहनों को शहर के बाहर से निकालने के लिए मकरोनिया में दो भुजाओं का फ्लाईओवर स्वीकृत हुआ था.
चतुर्भजी फ्लाईओवर से कई शहरों तक होगी सीधी पहुंच
लेकिन ये प्रोजेक्ट स्थानीय व्यापारियों के विरोध के चलते ठंडे बस्ते में चला गया और अब नए सिरे से एक चतुर्भजी फ्लाईओवर का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है. प्रस्ताव पर केंद्र और राज्य सरकार की सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है. खास बात ये है कि ये फ्लाईओवर सागर को चारों तरफ जोड़ने का काम करेगा. सागर से कानपुर, नागपुर, झांसी, भोपाल चारों तरफ से शहर फ्लाईओवर के जरिए जुड़ जाएगा और इन शहरों से आने वाले भारी वाहन शहर के ट्रैफिक को डिस्टर्ब किए बिना आ जा सकेंगे.
पहले हुआ था दो भुजी फ्लाईओवर स्वीकृत
उपनगर मकरोनिया में बढ़ते यातायात दबाव को देखते हुए 78 करोड़ की लागत से दो भुजी फ्लाईओवर स्वीकृत हुआ था. जिसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गयी थी. लेकिन स्थानीय व्यापारियों के विरोध के चलते ये प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया था. इस दो भुजी फ्लाईओवर को मकरोनिया में कानपुर मार्ग और सिविल लाइन मार्ग से जोड़ा जाना था. इसका व्यापारी तो विरोध कर ही रहे थे. वहीं सिविल लाइन से जोड़ने पर ट्रैफिक का दबाब सागर शहर में जस का तस बना रहता, ऐसे में ये प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया.
160 करोड़ की लागत से तैयार होगा चतुर्भुजी फ्लाईओवर
विरोध और ट्रैफिक समस्या का पूर्ण निदान ना होने की स्थिति में अब दो भुजी की जगह चार भुजाओं वाले फ्लाईओवर का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है. इसमें मकरोनिया चौराहे के ऊपर से चार भुजाओं वाला फ्लाईओवर गुजरेगा. इसकी एक भुजा मकरोनिया से बहेरिया की तरफ जाएगी. जोकि मकरोनिया स्टेशन के बहेरिया फाटक पर बने आरओबी से कनेक्ट किया जाएगा. यहां से कानपुर, छतरपुर, टीकमगढ, खजुराहो, रीवा और सतना की कनेक्टिविटी होगी.
नेशनल हाइवे 44 से मिलेगी सीधी कनेक्टिविटी
दूसरी भुजा सिविल लाइन रोड पर शंकरगढ़ तक जाएगी, जहां इसे सागर शहर से जोड़ा जाएगा. तीसरी भुजा नरसिंहपुर मार्ग से जोड़ी जाएगी, जो बम्होरी तिराहे पर नेशनल हाइवे 44 से कनेक्ट हो जाएगी. चौथी भुजा रजाखेडी तक जाएगी, इसके जरिए झांसी, भोपाल और बीना मार्ग का ट्रैफिक जा सकेगा.
क्या बोले स्थानीय विधायक
नरयावली विधायक प्रदीप लारिया का कहना है कि "चूकिं मकरोनिया फ्लाईओवर पूर्व में स्वीकृत हो गया था, लेकिन कुछ व्यापारियों की आपत्ति थी. जिसके चलते प्रोजेक्ट स्वीकृत, टेंडर मिलने के बाद काम शुरू होने से पहले रोक दिया था. लेकिन अब हम लोगों ने फिर से 160 करोड़ का प्रस्ताव दिया है. ये चार भुजाओं का फ्लाईओवर रजाखेडी, नरसिंहपुर रोड, बहेरिया और सिविललाइन रोड को शंकरगढ़ से जोड़ेगा."
आगे उन्होंने बताया कि "जो प्रस्ताव हम लोगों ने दिया है. वह शहर के विकास के लिए आवश्यक है. आज शहरों में ट्रैफिक एक बड़ी समस्या है. इसका समाधान फ्लाईओवर से हो सकेगा. पहले वाले प्रस्ताव को समाप्त कर दिया गया. अब नए सिरे से इसे फिर से भेजा गया, पहले वो कानपुर और सागर शहर से जुड़ रहा था. लेकिन इसमें चार भुजाओं को शामिल किया गया है. मेरा मानना है कि मकरोनिया की समस्या जटिल है. इसका ट्रैफिक डायवर्ट हो या बिना डिस्टर्ब किए निकल जाए. इसके लिए फ्लाई ओवर ही जरूरी है."
