“भाजपा से दूरी, लेकिन हिंदुत्व से नाता कायम: उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान
नासिक। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ा है, हिंदुत्व की विचारधारा से मुंह नहीं मोड़ा है। भाजपा का घिसा-पिटा हिंदुत्व मुझे स्वीकार नहीं है। दरअसल भाजपा ने उद्धव पर हिंदुत्व छोड़ने का आरोप लगाया था। इस पर उद्धव ने यह बात नासिक में पार्टी के संकल्प शिविर में कही।
उद्धव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि भाजपा झूठी कहानी फैला रही है कि हम लोगों ने हिंदुत्व छोड़ दिया। शिवसेना (यूबीटी) के हिंदुत्व का मतलब राष्ट्रवाद है। जलती हुई मशाल पार्टी का चुनाव चिन्ह हो सकता है, लेकिन भगवा इसकी पहचान है। मैं भाजपा के घिसे-पिटे हिंदुत्व को स्वीकार नहीं करता।
ठाकरे ने कहा कि राज्यपाल को कहीं और शिफ्ट किया जाए। मुंबई के राजभवन को शिवाजी महाराज के स्मारक में बदला जाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर भाजपा को शिवाजी महाराज के प्रति सच्चा सम्मान है, तब केंद्र को उनकी जयंती पर पूरे देश में अवकाश घोषित करे।
वहीं ठाकरे ने कहा कि जब 1992 में बाबरी मस्जिद गिराई गई थी, तब भाजपा के अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने माफी मांगी थी। जबकि बालासाहेब ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ढांचा गिराया है, तब उन्हें इस बात पर गर्व है।
उद्धव ठाकरे ने 3 अप्रैल को वक्फ संशोधन बिल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी सांसदों के भाषण पर टिप्पणी की थी। ठाकरे ने कहा था, बीजेपी और उसके सहयोगियों ने मुसलमानों के बारे में जो चिंता दिखाई है, उससे मुहम्मद अली जिन्ना भी शर्मिंदा हो जाएंगे। बीजेपी हिंदू-मुस्लिम की राजनीति कर रही है।