धनबाद में डॉग टेरर: पार्कों में जॉगिंग छोड़ रहे लोग, कुत्तों के डर से घरों में कैद

धनबाद। शहर में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। अब हालत यह हो गई है कि पार्कों में भी लोग जॉगिंग और मॉर्निंग वॉक करने से डरने लगे हैं। गोल्फ मैदान स्थित नगर निगम पार्क में कुत्तों के झुंड लोगों पर हमला कर रहे हैं। नतीजा यह है कि लोग पार्क जाना कम कर रहे हैं।

पार्क में घुसकर कुत्तों का हमला
हीरापुर निवासी कंचन डे बताते हैं कि रोजाना कुत्तों का झुंड पार्क में घुस जाता है, जिससे लोग परेशान हैं। स्थानीय अंजली देवी कहती हैं कि कई बार कुत्ते हमला कर देते हैं, ऐसे में काटने का डर बना रहता है। नगर निगम से शिकायत भी की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

हर दिन 100 लोग एंटी रेबीज वैक्सीन लेने मजबूर
शहर में डॉग बाइट की घटनाएं इतनी बढ़ गई हैं कि हर दिन करीब 100 लोग एसएनएमएमसीएच के एंटी रेबीज केंद्र पहुंच रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, इसमें 70% नए केस होते हैं। एक बार काटे जाने पर मरीज को तीन बार वैक्सीन लगानी पड़ती है।

एंटी रेबीज केंद्र में वैक्सीन लेने वालों का आंकड़ा (2025)

जनवरी – 2349

फरवरी – 2026

मार्च – 1958

अप्रैल – 2032

मई – 2982

जून – 2816

जुलाई – 3015

अगस्त – 2910

गली-चौराहों पर आतंक
स्टील गेट, हीरापुर, सिटी सेंटर, बैंक मोड़ और पुराना बाजार इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां से सबसे अधिक लोग कुत्तों के काटने के मामले लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में सियार काटने के केस ज्यादा सामने आ रहे हैं।

निगम के दावे और हकीकत
नगर निगम का दावा है कि अब तक 10 हजार कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है, जिस पर डेढ़ करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि सड़कों पर हर जगह कुत्तों का झुंड घूम रहा है। पशुपालन विभाग का अनुमान है कि शहर में डेढ़ लाख से अधिक कुत्ते हैं।

नगर आयुक्त रवि राज शर्मा का कहना है कि कुत्तों की संख्या नियंत्रित करने के लिए निगम लगातार प्रयास कर रहा है। नसबंदी कराई जा रही है और संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।

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