EVM चैलेंज: चुनाव आयोग करेगा तारीखों का ऐलान, प्रदर्शनी आज
नई दिल्ली
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में छेड़छाड़ के आरोपों को देखते हुए चुनाव आयोग शनिवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। ईवीएम और वीवीपीएटी से जुड़ी सभी शंकाओं के निपटारे के लिए आयोग दोनों ही मशीनों के काम करने के तरीके का प्रदर्शन करेगा। इसके साथ ही ईवीएम हैक करने की चुनौती की तारीखों का ऐलान भी होगा।
कार्यक्रम में ईवीएम बनाने वाली पीएसयू कंपनियों भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के इंजिनियर्स भी हिस्सा लेंगे। वे ईवीएम और वीवीपीएटी की वर्किंग दिखाकर यह समझाने की कोशिश करेंगे कि इन्हें हैक करना संभव नहीं है। यह कार्यक्रम दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित होगा जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी लोगों को संबोधित भी करेंगे।
इसके अलावा चुनाव आयोग ईवीएम हैक करने का खुला चैलेंज देते हुए इसके लिए तारीखों का ऐलान भी करेगा। इस चैलेंज में राजनीतिक पार्टियों और तकनीकी एक्सपर्ट्स को यह दिखाने का मौका मिलेगा कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है। चुनाव आयोग हमेशा यह विश्वास दिलाने की कोशिश करता रहा है कि ईवीएम से छेड़छाड़ असंभव है।
चुनाव आयोग ने 12 मई को एक सर्वदलीय बैठक में इस बात का ऐलान किया था कि उसने विपक्ष के ईवीएम हैक करने की चुनौती को स्वीकार किया है। विपक्षी दल खासकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बीएसपी, AAP और तृणमूल कांग्रेस लगातार ईवीएम हैक करने की आशंका जता रहे हैं। यूपी विधानसभा चुनावों के बाद से ही विपक्ष इस मसले को लेकर सरकार के खिलाफ हमलावर रहा है।
पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने विधानसभा के एक विशेष सत्र में ईवीएम को हैक करने का एक डेमो भी दिया था। AAP नेताओं की ओर से डेमो में दावा किया गया कि मदर बोर्ड बदली जा सकती है या फिर कोड बदलकर वोटिंग प्रभावित हो सकती है। हालांकि चुनाव आयोग ने इस डेमो का खारिज कर दिया था।