मंडला में वन विभाग के एक्शन से मचा हड़कंप, बाघ की खाल के साथ 3 तस्कर गिरफ्तार

मंडला: वन विभाग की टीम ने बाघ की खाल के साथ 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वन परिक्षेत्र अधिकारी बिछिया को मुखबिर से सूचना मिली कि वन्यजीवों की तस्करी करने वाले 2 आरोपी किसी वन्यजीव की खाल बेचने लेकर जा रहे हैं. इस सूचना पर वन विभाग की टीम ने घेराबंदी कर इन तस्करों को उधम सिंह नगर के बाजपुर से गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से बाघ की खाल और हड्डियां बरामद हुई हैं. कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है. यह कार्रवाई बिछिया वन परिक्षेत्र की टीम और कान्हा नेशनल पार्क की टीम द्वारा संयुक्त रूप से की गई है.

बाघ के खाल के साथ 3 आरोपी गिरफ्तार

बिछिया वन परिक्षेत्र की टीम द्वारा गिरफ्तारी किए गए 2 तस्करों की पहचान ग्राम भीमपुरी निवासी मिस्तर और गोविंद के रूप में हुई है. इन तस्करों को टीम ने बाघ की खाल बेचने के लिए जाते हुए गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों से गहनता से पूछताछ की गई है. इस दौरान आरोपियों के तस्करी में शामिल अतरिया निवासी एक और आरोपी अघ्हन के बारे में जानकारी दी. इस सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम ने रविवार 26 अक्टूबर को तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है.

खाल बेचने की फिराक में थे आरोपी

इस मामले में बिछिया वन परिछेत्र अधिकारी अभय पांडेय ने बताया, "25 अक्टूबर की रात मुखबिर की सूचना मिली थी कि कुछ लोग बैग में वन्यजीव के अंग रख कर कही बेचने जाने रहे है, जिनको वन विभाग की टीम द्वारा पकड़ा गया. इसके बाद उनसे पूछताछ की गई. वहीं गिरफ्तार आरोपी की सूचना पर तस्करी में शामिल तीसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है."

 

 

    किसी भी अपराधी को बख्सा नहीं जाएगा

    मामले की गंभीरता को देखते हुए वन परिक्षेत्र बिछिया के वरिष्ठ अधिकारी और कान्हा टाइगर रिजर्व की टीम ने संयुक्त रूप से जांच कर रही है. टीम पता लगा रही है कि बाघ का शिकार कहां और किन परिस्थितियों में किया गया है और इस खाल को कौन खरीदने वाला था. वहीं बाघ के शिकार में कितने लोग शामिल थे. डीएफओ पूर्व सामान्य प्रीता एसएम का कहना है कि "इस तस्करी के नेटवर्क में शामिल सभी आरोपियों की तलाश में उनकी टीम जुटी हुई हैं. इस तरह के अवैध घटनाओं में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा."

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