सोना-चांदी में उछाल, कमजोर डॉलर ने बढ़ाई कीमती धातुओं की कीमतें
व्यापार: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और डॉलर के कमजोर होने से वैश्विक बाजारों में सुरक्षित निवेश की मांग को बढ़ावा मिला। घेरलू वायदा बाजार में सोमवार को सोने और चांदी की कीमतें नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई।
एमसीएक्स पर सोना का वायदा भाव सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा
एमसीएक्स पर अक्टूबर डिलीवरी वाले सोने के वायदा भाव 1,204 रुपये या 1.06 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,14,992 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए। सोने के दिसंबर वायदा भाव भी 1,034 रुपये या 0.9 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,15,925 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। पिछले सप्ताह शुक्रवार को सोने का वायदा भाव 4,188 रुपये या 3.77 प्रतिशत बढ़कर 1,14,891 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
तेजी रुकने का कोई संकेत नहीं दिख रहा
एंजेल वन के डीवीपी-रिसर्च, गैर-कृषि जिंस और मुद्रा, प्रथमेश माल्या ने कहा कि सोने की कीमतें काफी समय से चमक रही हैं। पिछले सप्ताह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की कीमतें नई ऊंचाइयों को छू गईं। उन्होंने कहा कि तेजी रुकने का कोई संकेत नहीं दिखा रही है, निवेशक इस दुविधा में फंसे हुए हैं कि ऊंचे स्तर पर प्रवेश करें या मुनाफावसूली करें। माल्या ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और कई अन्य कारक हाल के दिनों में सोने की कीमतों में तरलता और गति को बढ़ा रहे हैं।
चांदी का वायदा अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा
सोमवार को चांदी वायदा में भी जोरदार तेजी देखी गई। दिसंबर डिलीवरी वाली चांदी 2,290 रुपये या 1.61 प्रतिशत उछलकर 1,44,179 रुपये प्रति किलोग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर चांदी वायदा का मार्च 2026 अनुबंध 2,559 रुपये या 1.79 प्रतिशत बढ़कर 1,45,817 रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गया। पिछले सप्ताह चांदी वायदा भाव 12,051 रुपये यानी 9.28 प्रतिशत बढ़कर 1,41,889 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ था।
वैश्विक स्तर पर बढ़ें सोने-चांदी की कीमतों में एक प्रतिशत की तेजी
वैश्विक स्तर पर, सर्राफा कीमतों में तेजी जारी रही। दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के वायदा भाव करीब 1 फीसदी बढ़कर 3,837.72 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। वहीं चांदी भी 1 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 47.39 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
फेड कर सकता है ब्याज दरों में कटौती
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने कहा कि अमेरिका में ब्याज दरों में और कटौती की बढ़ती उम्मीदों और कमजोर डॉलर के कारण सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं। उन्होंने बताया कि अमेरिका के नवीनतम व्यक्तिगत उपभोग व्यय मुद्रास्फीति के आंकड़े बाजार की उम्मीदों से मेल खाते हैं और इस बात को बल देते हैं कि फेडरल रिजर्व इस वर्ष के अंत में मौद्रिक नीति में ढील जारी रख सकता है।
त्रिवेदी ने कहा कि व्यापारी फिलहाल अक्टूबर में ब्याज दरों में कटौती की 90 प्रतिशत संभावना और दिसंबर में अतिरिक्त कटौती की लगभग 65 प्रतिशत संभावना मान रहे हैं। साथ ही, निवेशक संभावित अमेरिकी सरकार के बंद होने के जोखिम पर भी नजर रख रहे हैं। इससे प्रमुख श्रम बाजार आंकड़ों के जारी होने में देरी हो सकती है और फेड की निर्णय लेने की प्रक्रिया जटिल हो सकती है।
टैरिफ चिंताओं और भू-राजनीतिक तनाव से सर्राफा की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.18 प्रतिशत गिरकर 97.97 पर कारोबार कर रहा था। इससे कीमती धातुओं को और समर्थन मिला।वैश्विक अनिश्चितता को बढ़ाते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले सप्ताह आयातित दवाओं, ट्रकों और फर्नीचर पर टैरिफ के एक नए दौर की घोषणा की। यह 1 अक्टूबर से प्रभावी होगा, जिससे आर्थिक परिदृश्य और भी धुंधला हो गया है। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि मौद्रिक नीति में ढील की उम्मीद, भू-राजनीतिक तनाव और व्यापार संबंधी जोखिमों के कारण निकट भविष्य में सर्राफा की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी।