गोरखपुर: चलती एंबुलेंस में लगी आग, ऑक्सीजन सिलिंडर धमाके से फटा
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रविवार को एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया. एक एम्बुलेंस में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग गई. धुंआ उठने के बाद जवाब की लपटे तेज होने लगी तो चालक ने समझदारी दिखाते हुए मरीज और तीमारदार को बाहर निकाल दिया. बिहार जा रही ओवर ब्रिज पर चलती एंबुलेंस में आग लगने से लगने से अफरा-तफरी मच गई. चलती एंबुलेंस को रोककर चालक ने जब तक मरीज और तीमारदार को बाहर निकाला, तब तक आज की लपटें तेज हो गईइसके बाद लोग दूर से वीडियो बनाने लगे, लेकिन तभी एंबुलेंस में रखे ऑक्सीजन सिलिंडर में जोरदार ब्लास्ट होने से वहां वीडियो बना रहा एक युवक लोहे के टुकड़े लगने से घायल हो गया. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एनएच-27 के सोनबरसा ओवरब्रिज पर हुआ हादसा
गोरखपुर के एम्स थानक्षेत्र के NH-27 सोनबरसा ओवरब्रिज पर रविवार को चलती एम्बुलेंस में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई. एम्बुलेंस में मरीज और उसके तीमारदार सवार थे. जब गाड़ी में अचानक आग लगी, तो परिजन मरीज को लेकर गाड़ी से कूद गए, तभी एम्बुलेंस में रखा ऑक्सीजन सिलिंडर तेज धमाके के साथ फट गया. इसके बाद एक के बाद एक तीन धमाके हुए, जिनकी आवाज दूर तक सुनाई दी. आग की लपटें 15 फीट ऊँची उठीं और काले धुएँ का गुबार फैल गया. इस दौरान वहां खड़े एक युवक, मोनू (28) पुत्र रामप्रीत, सिलेंडर के टुकड़ों की चपेट में आकर घायल हो गया. उसे पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
फायर ब्रिगेड ने किया काबू
सूचना पाते ही एम्स थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड टीम मौके पर पहुँची. करीब आधे घंटे में आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक एम्बुलेंस पूरी तरह जल चुकी थी. घटना की वजह से सड़क पर लंबा जाम लग गया, जिसे पुलिस ने नियंत्रित किया. एम्बुलेंस बनारस से बिहार जा रही थी. इसमें 60 वर्षीय मरीज नीलम देवी और उनके तीन परिजन सवार थे. नीलम देवी चार दिन पहले एक्सीडेंट की वजह से ट्रामा सेंटर में भर्ती थीं. रविवार को डिस्चार्ज होने के बाद परिजन उन्हें घर ले जा रहे थे. उनके पैर और कमर में प्लास्टर लगा हुआ था.
चालक की सूझबूझ से रुकी जनहानि
चालक संतोष कुमार ने देखा कि अचानक एसी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई है. उन्होंने गाड़ी तुरंत रोकी और सभी को बाहर निकालने में सफल रहे. ऑक्सीजन सिलिंडर फटने के बावजूद सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल पाए, अन्यथा हादसा बहुत बड़ा हो सकता था.