मईया सम्मान के पैसे की डिमांड पर पति बना हैवान… की पत्नी की हत्या
हेमंत सोरेन सरकार की मास्टर स्ट्रोक कहे जाने वाली महत्वाकांक्षी ‘मईया समान योजना’ के तहत जहां एक तरफ झारखंड की लाखों महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं, आत्मनिर्भर हो रही हैं. वहीं, दूसरी तरफ झारखंड के गढ़वा जिला की एक महिला के लिए यही योजना काल बन गई. मईया सम्मान योजना के तहत झरखंड सरकार द्वारा 7500 रुपए की किस्त भेजी गई थी. इसी पैसे के लिए उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई. पति समेत ससुराल के अन्य लोगों ने उसकी हत्या की. दर्दनाक घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया. ससुराल के अन्य लोग फरार हैं. उनकी धर-पकड़ के लिए पुलिस छापामारी कर रही है.
मामला झारखंड के गढ़वा जिला के रंका थाना क्षेत्र के तहत आने वाले मानपुर गांव की है. खुर्शीद अंसारी की पत्नी शकीना बीबी की हत्या हुई है. आरोपी पति और उसके घर वाले हैं. मृतका सकीना बीबी के बैंक खाते में झारखंड सरकार से मईया सम्मान योजना की तीन किस्तें आईं थीं. इसी पैसे को सकीना बीबी ने अपने खाते से निकाला था. आरोप है कि पैसे निकालने के बाद ससुराल में उसके पति खुर्शीद अंसारी, उसकी सास रोजनी बीबी, उसकी ननद समेत परिवार के अन्य लोग उससे पैसे की मांग करने लगे. इनकार करने पर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और उसकी हत्या कर दी.
पेड़ पर लटकाया शव
सकीना बीबी का शव उसके घर के पास पेड़ से लटका हुआ मिला. बताया जा रहा है कि 7500 नहीं देने पर पति, सास और ससुराल के अन्य लोगों ने उसकी गला घोट कर हत्या कर दी और उसके शव को घर के बाहर पेड़ से लटका दिया ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके. बेटी सकीना बीबी की मौत की सूचना मिलते ही उसके पिता रोज मोहम्मद अंसारी वहां पहुंचे. उन्होंने रंका थाना में अपनी बेटी की हत्या के आरोप में अपने दामाद खुर्शीद अंसारी, उसकी सास समेत ससुराल पक्ष के अन्य लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करवा दी.
दर्ज प्राथमिकी के आधार पर गढ़वा जिले के रंका थाना की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महिला सकीना बीवी के हत्या के आरोप में उसके पति खुर्शीद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि ससुराल पक्ष के अन्य फरार लोगों की तलाश के लिए छापेमारी कर रही है.
हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 से पहले ही मईया सम्मान योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत पहले 18 वर्ष से 50 वर्ष की महिलाओं को ₹1000 प्रति महीने लाभ देते हुए उनके खाते में पैसे डीबीटी के माध्यम से भेजी जाती थी. विधानसभा चुनाव के दौरान सरकार ने घोषणा करते हुए मईया सम्मान योजना की राशि को बढ़ाते हुए 1000 से 2500 कर दिया था.