यूं बदल रहा इंदौर… सड़क, पुल व मेट्रो से मिल रही विकास को गति
इंदौर । इंदौरवासी अपने शहर को तेजी से बदलता हुआ देख रहे है। शहर में सड़क, चौराहों के तेजी से हुए विकास से वाहनों को गति मिल रही है। मेट्रों में सफर करने का सपना संजो रहे शहरवासी शहर में तेजी से खड़े हो रहे मेट्रों के आधार स्तंभों को बनता हुआ देख रहे है। पुल व पुलियाओं के निर्माण ने शहरवासियों की ट्रैफिक जाम की बाधा को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई है। अब रिंगरोड पर वाहन चालकों के लिए बाधारहित राह हुई है। शहर को स्मार्ट बनाने में स्मार्ट सिटी कंपनी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। सड़कों व अन्य विकास कार्यों के साथ इंदौर की इतिहास को जीवंत बनाने में स्मार्ट सिटी की अहम भूमिका दिखाई दे रही है।
400 करोड़ रुपये खर्चकर सड़क को दी जा रही रफ्तार
नगर निगम द्वारा शहर की सड़कों पर वाहनों को गति देने के लिए द्रुत गति से काम किया जा रहा है। शहर की मेजर रोड आरई-2, एमआर-3, एमआर-5, आरडब्ल्यु 1, स्कीम नंबर 155 रोड निर्माण, एमआर-4 रोड चौड़ीकरण व सुदामा नगर की सड़क व तेजाजी नगर से भंवरकुआ की रोड और बायपास की सर्विस रोड के निर्माण पर निगम 400 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर रहा है। इन सड़कों के निर्माण के लिए जनता से बेटरमेंट टैक्स लेने के साथ 170 करोड़ रुपये का लोन भी लिया जाएगा। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए एयरपोर्ट रोड की सड़क के चौड़ीकरण विकास पर 17 करोड़ रुपये खर्च किए।
शहर को स्मार्ट बनाने में नहीं छोड़ी कोई कसर
स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा ऐतिहासिक धरोहर गोपाल मंदिर व राजवाड़ा के जीर्णोद्धार के काम को पूरा किया गया। इसके अलावा हरिराव होलकर छत्री, ऐतिहासिक धरोेहरों काे नया स्वरुप दिया गया। इसके अलावा पुरात्व विभाग ने लालबाग पैलेस का जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने 10 माह में एमजीरोड का चौड़ीकरण किया। स्लज हाइजीनेशन प्लांट तैयार कर गाद से खाद बनाई जा रही है। संजय सेतु की पार्किंग का निर्माण हुआ।
ओवरब्रिज ने आसान बनाई राह
आइडीए द्वारा बनाए गए पीपल्याहाना ब्रिज की सौगात इस वर्ष मिली। वही पीडब्युडी द्वारा बनाए गए बंगाली ब्रिज से भी रिंगरोड के वाहनों को रफ्तार मिली। इसके अलावा कुलकर्णी भट्टा पुल का निर्माण कार्य पूर्ण होने से पश्चिम क्षेत्र को जोड़ने वाला मार्ग सुगम हुआ। निगम ने भानगढ़ के पुल का निर्माण तक तय समय में पूरा किया। इसके अलावा खजराना चौराहे पर ब्रिज के निर्माण योजना को गति मिली।
तेज रफ्तार से 10 माह में मेट्रो की ओर बढ़ रही शहर की राह
इंदौर शहर में मेट्रो के कार्य में फरवरी 2022 से प्रगति दिखाई दे रही है। वर्तमान में मेट्रों के 120 पिलर के ऊपर स्लैब डालकर स्पान के सेगमेंट लांच कर दिए गए है। वर्तमान में इस पर 7.2 किलोमीटर की मेट्रो की पटरी बिछाई जा सकती है। विगत 10 माह में कार्य की गति काफी तेज गति से हुई है। अभी तक गांधी नगर से रेडिसन होटल चौराहे तक 17 किलोमीटर में 83 प्रतिशत पाइल फाउंडेशन का काम हुआ। मेट्रो के बनने वाले 16 स्टेशन पर 94 प्रतिशत पाइल फाउंडेशन का कार्य पूरा हो गया है। मेट्रो का गांधी नगर डिपो जहां सभी सभी ट्रेन की शुरुआ होगी उसका भी काम चल रहा है। कंट्रोल सिस्टम बनाने के साथ यहां पर 45 प्रतिशत कार्य हो चुका है। गांधी नगर का स्टेशन काे पूर्ण करने के लिए सुपर कारिडोर के दोनों ओर डायवर्शन डालकर 24 घंटे काम किया जा रहै ताकि मई 2023 गांधी नगर स्टेशन का निर्माण पूर्ण और सितंबर 2023 में छह किलोमीटर में मेट्रो की ट्रायल हो सके। मार्च 2024 तक एयरपोर्ट से गांधी नगर तक मेट्रो में लोग सफर कर सकेंगे।