अक्तूबर में IPO का धमाका, कंपनियां जुटाएंगी 47,500 करोड़ रुपए
व्यापार: शेयर बाजार में भले ही गिरावट हो और दुनियाभर में उथल-पुथल हो। लेकिन भारतीय कंपनियां इस महीने आईपीओ से रिकॉर्ड पैसा जुटाने जा रही हैं। कुल 18 कंपनियां 47,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बाजार में उतरेंगी। इसमें से दो कंपनियां एक अक्तूबर तक बाजार में उतर चुकी हैं। दो के इश्यू तीन अक्तूबर को व तीन आईपीओ 9 अक्तूबर तक बंद होंगे। यह सभी मिलकर 30,434 करोड़ रुपये जुटा रही हैं। बाकी 11 कंपनियां महीने के अंत तक बाजार से करीब 17,000 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में हैं।
स्टॉक एक्सचेंजों के मुताबिक, अगले हफ्ते एलजी व टाटा कैपिटल मिलकर 27,000 करोड़ से ज्यादा रकम जुटाएंगी। वीवर्क 3,000 करोड़ रुपये के लिए शुक्रवार को बाजार में उतर रही है। बाकी इस महीने आने वाली कंपनियों में केनरा एचएसबीसी लाइफ 4,000 करोड़, केनरा रोबैको म्यूचुअल फंड 1,000 करोड़, रूबिकॉन 1,000 करोड़ और क्रेडिला 5,000 करोड़ रुपये जुटा सकती हैं। प्रेस्टिज 2,700 करोड़ जुटाएगी। विद्या वायर्स की योजना 400 करोड़, मेटलमैन की 350 करोड़ व एक्सेल सॉफ्ट की 700 करोड़ जुटाने की है। पाइनलैब 2,600 करोड़ रुपये जुटाएगी। इनके अलावा तीन और कंपनियां 2,500 करोड़ रुपये के लिए तैयारी कर रही हैं। इस तरह कुल 17,000 करोड़ रुपये के प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम यानी आईपीओ इस महीने में आने अब भी बाकी हैं।
1.32 लाख करोड़ के आईपीओ आए इस साल
जनवरी से लेकर एक अक्तूबर तक 72 आईपीओ आए हैं। इनसे कंपनियों ने 84,936 करोड़ रुपये जुटाए हैं। टाटा कैपिटल और एलजी की रकम को मिलाने पर यह आंकड़ा 1.15 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच जाएगा। इस पूरे महीने की रकम मिला दी जाए तो कुल 88 कंपनियां बाजार से 1.32 लाख करोड़ रुपये जुटाएंगी।
आगे भी निर्गमों की बहार…
अगले साल भी कंपनियां जमकर बाजार में उतरेंगी। अक्तूबर के पहले दिन 8 कंपनियों ने मसौदा जमा कराया है।
एसएमई : 212 कंपनियों ने जुटाए रिकॉर्ड 9,228 करोड़
छोटी व मझोली यानी एसएमई कंपनियां भी पैसा जुटाने में पीछे नहीं हैं। इस साल जनवरी से अब तक इन्होंने बाजार से 9,228 करोड़ रुपये जुटाए। यह किसी भी साल में अब तक का रिकॉर्ड है। 2024 में 240 कंपनियों ने 8,760 करोड़ और 2023 में 182 कंपनियों ने 4,686 करोड़ रुपये जुटाए थे।
टाटा कैपिटल पर निगाहें…
टाटा कैपिटल आईपीओ से पहले जिस भाव पर शेयर बेची थी, उसकी तुलना में आईपीओ में कम भाव 326 रुपये पर बेच रही है। कई ब्रोकर्स ने कहा, यह अच्छी बात है कि बोर्ड ने गैर-सूचीबद्ध शेयरों के मुट्ठी भर निवेशकों के बजाय आम निवेशकों का पक्ष लिया। मार्च 2025 तक, टाटा कैपिटल का लोन बुक 2.26 लाख करोड़ रुपये था। 2022-23 की तुलना में 88% अधिक है।