IT विभाग ने लालू पर कसा शिकंजा, बेटी-दामाद के अलावा 22 ठिकानों पर छापेमारी
दरअसल, लालू प्रसाद यादव के खिलाफ बिहार भाजपा के अध्यक्ष सुशील कुमार मोदी ने मोर्चा खोला हुआ है। सुशील मोदी ने लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाया था कि वे बेनामी करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं और उन्होंने चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में अपने गुप्त व्यवसायों का उल्लेख नहीं किया था। सुशील कुमार मोदी ने इस मामले में केंद्रीय एजेंसियों से हस्तक्षेप करने की मांग की थी।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया था कि रेल मंत्री रहले हुए लालू ने अपने पद का गलत इस्तेमाल किया और कई लोगों को इन डील्स के जरिए आर्थिक फायदा पहुंचाया। इसके अलावा लालू ने नितीश कुमार को भी खुद के खिलाफ कार्रवाई ने करने के लिए धमकाया था। बता दें कि बिहार में लालू-नितीश के गठबंधन की सरकार है, जिसमें लालू के बेटे तेजस्वी और तेज प्रताप मंत्री है।
प्रसाद ने कहा, "बिहार में कई संदिग्ध जमीन सौदे किए गए। लालू की राजनीति लूट की राजनीति बन गई है। कर्ज चुकाने के लिए करोड़ों की जमीन का सौदा किया गया।" साथ ही उन्होंने कहा कि लालू और उनके परिजनों की कंपनियां सिर्फ जमीन सौदों के लिए बनाई गईं। इनमें न कोई कर्मचारी है, न कोई काम है और न ही कोई टर्नओवर है। बिहार का सबसे बड़े शॉपिंग मॉल की जमीन भी इस तरह की संदिग्ध सौदेबाजी के घेरे में है। पटना का यह मॉल 7.5 लाख स्क्वेयर फीट में बना है।